राज्य के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने बुधवार को विधान परिषद में कहा कि आने वाले दिनों में मुंबई में जर्जर पुलों का निर्माण आईआईटी मुंबई द्वारा विकसित की गई नई टेक्नोलॉजी के आधार पर किया जाएगा। इसके साथ ही उन्होने कहा की सीएसटीएम पुल हादसे में दोषियों पर कार्रवाई की गई है और यदि स्ट्र्क्चरल ऑडिट का काम मुंबई मनपा उपायुक्त और चीफ इंजीनियर के दायरे में आता है तो उसकी पड़ताल करके, उन पर भी कार्रवाई की जाएगी।
आईआईटी पवई में बनाई गई नई टेक्नोलॉजी से पूल का निर्माण तीन से छह महीने में किया जा सकता है। लिहाजा इस तकनीक का इस्तेमाल करके आने वाले दिनों में पुलों का निर्माण किया जाएगा। उन्होंने कहा कि मनपा के अधीन सभी 344
पुलों में से 304
पुलों का ढांचागत सर्वेक्षण किया गया था। पूर्व व पश्चिम उपनगर के 223
पुलों का फिर से स्ट्रक्चरल ऑडिट किया गया है,
जबकि
81
पुलों का फिर से स्ट्रक्टचरल ऑडिट का काम प्रगतिपथ पर है।
पुल निरीक्षक का पद निर्माण
इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने विधानमंडल को बताया की मुंबई मनपा के पुल विभाग में नए में प्रमुख पुल निरीक्षक का पद निर्माण किया गया है। मनपा के अधीन सभी पुलों का हर दो वर्ष में निरीक्षण कर रिपोर्ट देना,
आवश्कतानुसार मरम्मत कामों का प्रस्ताव देना साथ ही रेलवे और मनपा से सामंजस्य बनाने की जिम्मेदारी प्रमुख पुल निरीक्षक की होगी।
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