बीएमसी ने विपक्षी पार्टियों की ओर से बीएमसी कमिश्नर अजॉय मेहता के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव ला सकती है। बीएमसी में कांग्रेस के पार्टी नेता रवि राजा का कहना है की बीएमसी कमिश्नर के तौर पर अजॉय मेहता पूरी तरह विफल रहे है। जिसके कारण विपक्षी पार्टियों में महापौर के सामने प्रस्ताव भी रखा है।
महापालिका अधिनियम के अनुसार 1/8 नगरसेवकों ने अगर इस प्रस्ताव को समर्थन दिया तो राज्य सरकार बीएमसी कमिश्नर को वापस बुला सकती है। बीएमसी में मौजूदा समय में फिलहाल 227 नगरसेवक है और रावीराजा ने राष्ट्रवादी कांग्रेस, समादवादी पार्टी और मनसे के समर्थन से इस अविश्वास प्रस्ताव को लाया है। कमला मिल्स में लगी आग के बाद बीएमसी कमिश्नर के कार्य पर कई पार्टियों ने सवाल खड़ा किया है। और इसके साथ ही मुख्यमंत्री से निवृत्त न्यायाधीश की ओर से इस मामले की जांच कराने की भी बात कही है।
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होटल के रूफ टॉप पॉलिसी रिफॉर्म्स कमेटी को अस्वीकृत कर दिया गया है। निर्णय उस नीति पर सदन में लंबित है हालांकि, आयुक्त ने इस नीति में कई बदलाव किए हैं और इसे अपने अधिकार के अनुसार लागू किया है। रिफॉर्म्स कमेटी ने बिना स्वीकृत और तदनुसार नीति में बहुत बदलाव किए, होटल में होटल पार्टी की अनुमति दी गई।
रवि राजा का कहना है की उन्हे उम्मीद है की बीजेपी और शिवसेना भी इस अविश्वास प्रस्ताव का समर्थन करेगी।