कामकाजी दिन के दौरान पिरिड्स के समय में महिलाओं को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। कई इसका असर उनके दैनिक कामकाज पर भी पड़ता है। लिहाजा अब इस मुद्दे को एक सामाजिक संस्था ने जोर शोर से उठाया है।
आत्मसम्मान मंच के अध्यक्ष नित्यानंद शर्मा ने इस सामाजिक मुद्दे को उठाया है। नित्यानंद शर्मा ने इस मुद्दे को लेकर प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री को पत्र भी लिखा है। अध्यक्ष नित्यानंद शर्मा ने एलान किया की वो इस मुद्दे को सरकार के सामने उठा रहे है और सरकार ने निवेदन करते है को महिलाओ के भले के लिए इस फ़ैसले को लागू किया जाए।
आत्मसम्मान मंच की तरफ से नित्यानंद शर्मा और प्रभात दुबे ने प्रिंसिपल गायत्री पाटिल से मुलाकात भी की।
प्रिंसिपल गायत्री पाटिल का कहना है की " भारत के स्वतंत्रता के अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य में महिलास शक्तिकरण के दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम के तौर पर हम यह कदम उठाने जा रहे है, पीरियड्स के दौरान महिला अनेक शारीरिक परिवर्तन से गुजरती है, साथ ही उन्हें कई प्रकार की शारीरिक वेदना भी होती है, ऐसी स्थिति में उन्हें घर और नौकरी दोनों स्थान के कार्य न चाहते हुए भी करने पड़ते है, किन्तु इस नाजुक विषय पर खुलकर चर्चा नहीं होती इसके कारण छुट्टी मिलना असंभव हो जाता है, इस नाजुक स्थिति में महिलाओं को कम से कम दो दिन का पूर्णवेतनपारित कामकाजी छुट्टी मिले, महिला शक्ति के विकास के लिए सरकार की तरफ से यह अत्यंत महत्वपूर्ण कदम हों"