मुंबई अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर आने वाली उड़ानों की बढ़ती संख्या के कारण अतिरिक्त रनवे के निर्माण की आवश्यकता महसूस हुई है। विमानों की बढ़ती संख्या के कारण लैंडिंग के लिए रनवे उपलब्ध नहीं हो पा रहे हैं। इससे हवाई यातायात जाम हो जाता है। इस समस्या के समाधान के लिए हवाई अड्डे के पास की झुग्गियों का पुनर्वास करना और उस स्थान पर एक अतिरिक्त रनवे बनाना आवश्यक है, ऐसी मांग रवींद्र वायकर ने की है। (Demand to increase additional runway by rehabilitating slums near Mumbai International Airport)
केंद्रीय उड्डयन मंत्री किंजरप्पु नायडू को पत्र भेजा
उन्होंने इस संबंध में केंद्रीय उड्डयन मंत्री किंजरप्पु नायडू को पत्र भेजा है। इसी तरह एयरपोर्ट के आसपास की इमारतों का पुनर्विकास करते समय फ़नल ज़ोन के नियम का पालन करना होगा। इस क्षेत्र में इमारतों की ऊंचाई पर प्रतिबंध है। वायकर ने पत्र में यह भी मांग की है कि फ़नल ज़ोन के नियमों के कारण हवाई अड्डे के आसपास की पुरानी इमारतों का पुनर्विकास कई वर्षों से रुका हुआ है।
इस गंभीर समस्या के समाधान के लिए इस विषय से संबंधित सभी संबंधित विभागों के अधिकारियों, जन प्रतिनिधियों आदि की एक संयुक्त बैठक आयोजित की जानी चाहिए। इस बैठक में उपरोक्त सभी विषयों पर विस्तार से चर्चा की जाए और इस समस्या के समाधान के लिए उचित कदम उठाए जाएं।
यहां की झुग्गियों का पुनर्वास करते समय उन्हें अच्छे घर, पानी और अन्य बुनियादी सुविधाएं मुहैया कराना जरूरी है, ऐसा सुझाव भी वायकर ने दिया है।
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