महाराष्ट्र(Maharashtra) में नई सरकार आने के बाद कई महत्त्वपूर्ण निर्णय लिए जा रहे है। राज्य सरकार ने रिक्शा और टैक्सी चालकों के लिए बड़ा फैसला लिया है। राज्य में जल्द ही रिक्शा-टैक्सी(Rikshaw taxi) चालक संघ कल्याण बोर्ड की स्थापना की जाएगी। शिंदे समूह के विधायक उदय सामंत ने इसकी जानकारी दी।
संजय राउत ने लगाए थे आरोप
शिवसेना के कई विधायकों ने बगावत की और एकनाथ शिंदे का समर्थन किया। इसके बाद शिवसेना नेता संजय राउत ने इन विधायकों की जमकर आलोचना की। गुलाबराव पाटिल की पानीपट्टीवाला और संदीपन भुमरे को चौकीदार के रूप में आलोचना की गई थी। जिसके बाद शिंदे समर्थक विधायको ने भी इसका जवाब दिया।
सामंत ने यह भी बताया कि रिक्शा-टैक्सी मालिक संघ के साथ पनवालों, चौकीदारों और वेश्याओं के लिए कल्याण बोर्ड स्थापित किए जाएंगे।
सामंत ने घोषणा की, "शिंदे समूह की निचले स्तर पर आलोचना की गई है, यह कहा गया था कि रिक्शावाला, पनवाला, वाचमन, वैशा व्यवसाय से जुड़े है, हम इन सभी आरोपों का इन सभी क्षेत्रों को विकसित करके उन आलोचनाओं का जवाब देंगे।"
"पहिले रिक्शा मालिक और टैक्सी मालिक कल्याण बोर्ड स्थापित करेंगे, राज्य में करीब साढ़े आठ लाख रिक्शा और एक लाख तीस हजार टैक्सियां हैं, हम उन्हें इसमें शामिल करने जा रहे हैं, हम कई तरह से मदद करेंगे, इसके माध्यम से हम बच्चों की शिक्षा और महिलाओं के प्रसव के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करेंगे, 60 वर्ष से अधिक आयु के लोगों को पेंशन, नया वाहन खरीदने के लिए वित्तीय सहायता, बीमा और अस्पताल सहायता मिलेगी"
साथ ही, इसके बाद सामंत ने कहा कि वह पानवाला, चौकीदार और वेश्व्यावसायिंका के लिए एक मंडल बनाएंगे। इस बीच इस घोषणा के बाद से रिक्शा-टैक्सी चालकों में खुशी का माहौल है।
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