सूत्रों के मुताबिक यात्रियों को मुफ्त में स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराने के लिए भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र द्वारा विकसित दस हाइब्रिड वाटर प्यूरीफायर(hybrid water purifiers ) सीएसएमटी, सैंडहर्स्ट रोड, दादर और एलटीटी स्टेशनों पर लगाए जाएंगे। इसे पायलट आधार पर चलाया जाएगा। प्रत्येक इकाई प्रति घंटे 500 लीटर पानी शुद्ध करने में सक्षम है।
रेलवे के एक अधिकारी ने कहा कि बीएआरसी जल शोधन इकाइयों को स्थापित और चालू करेगा। जबकि, मध्य रेलवे मुंबई मंडल संबंधित साइट के विकास, नियमित संचालन और रखरखाव का काम देखेगा।
अपनी चल रही R&D परियोजना के तहत, BARC सभी 10 डिवाइस इकाइयाँ 4 स्टेशन पर स्थापित करेगा लेकिन रखरखाव प्रदान नहीं करेगा। रेलवे और बीएआरसी के एक संयुक्त सर्वेक्षण के बाद 4 स्टेशनों पर 10 उपकरणों की स्थापना का प्रस्ताव किया गया था यानी सीएसएमटी और सैंडहर्स्ट में एक-एक, दादर और एलटीटी में चार-चार हाईब्रिड वाटर प्यूरीफायर लगाएगा।
अभी के लिए समझौता 24 घंटे के लिए वैध रहेगा जब तक कि दोनों पक्ष वैधता बढ़ाने का निर्णय नहीं लेते। इस बीच, BARC के पास शुद्धिकरण का स्वामित्व होगा।
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