स्वास्थ्य विभाग द्वारा लाख कोशिश के बावजूद भी स्वाइन फ्लू बीमारी पर कोई लगाम लगती नहीं दिखाई दे रही है। बीएमसी के स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी किए गये एक आंकड़े के अनुसार 6 महीने में 285 मरीजों में स्वाइन फ्लू के लक्षण पाए गये हैं। यही नहीं पिछले महीने की तुलना में इस महीने में स्वाइन फ्लू के मरीजों की संख्या में भी वृद्धि हुई है। जबकि 16 जून से 22 जून यानी एक हफ्ते में 3 लोगों की मौत हो चुकी है।
बदलते मौसम, लोगों की अनियमित जीवनशैली भी स्वाइन फ्लू के जीवाणु H1 N1 में बढ़ोत्तरी के एक कारण है। स्वाइन फ्लू के साथ साथ मलेरिया, लेप्टोस्पायरोसिस, डेंगी, गैस्ट्रो जैसी बीमारियाँ भी फ़ैल रही हैं।
स्वाइन फ्लू (आंकड़ों में)
(जनवरी से 22 जून 2017)
मुंबई में रहने वाले मरीज | मुंबई के बाहर रहने वाले मरीज |
मरीज मृत्यू | मरीज मृत्यू |
285 10 | 68 6 |
बीएमसी के स्वास्थ्य विभाग के अनुसार स्वाइन फ्लू से ग्रसित 285 मरीजों की पहचान हुई थी जिसमें से 10 की मौत हो चुकी है, और 68 मरीज ऐसे है जो बाहर से मुंबई अपना इलाज करवाने आये थे, इनमे भी 6 लोगों की मौत हो चुकी है।
मुंबई के धारावी में रहने वाली 24 वर्षीय महिला की 13 जून को मौत हो गई थी, महिला स्वाइन फ्लू से पीड़ित थी। मानखुर्द में रहने वाले एक 45 वर्षीय युवक की मौत स्वाइन फ्लू से हो गई थी। तो वहीँ मालवणी में रहने वाली एक 35 वर्षीय महिला की मौत भी स्वाइन फ्लू से हो गई। इस प्रकार पिछले 10 दिनों के अंदर तीन मरीजो की मौत स्वाइन फ्लू से हो चुकी है।
मनपा का स्वास्थ्य विभाग हर बार मलेरिया, डेंगी, स्वाइनफ्लू, मौसमी बीमारियों से बचाव के लिए कई कदम उठाता है जिस पर लाखो करोड़ो खर्च होते हैं, लेकिन जिस तरह से हर साल मरीजों की मौत इन्ही बीमारियों से होती है उससे बीएमसी की तैयारियों पर सवाल भी उठते हैं।
डाउनलोड करें Mumbai live APP और रहें हर छोटी बड़ी खबर से अपडेट।
मुंबई से जुड़ी हर खबर की ताज़ा अपडेट पाने के लिए Mumbai live के फ़ेसबुक पेज को लाइक करें।
(नीचे दिए गये कमेंट बॉक्स में जाकर स्टोरी पर अपनी प्रतिक्रिया दे)