JNU और अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय(AMU) में छात्रों पर विवादित और भड़काऊ भाषण के बाद IIT बॉम्बे ने छात्रों के लिए एक सर्कुलर जारी किया है। इस सर्कुलर के अनुसार छात्रों से कहा गया है कि वह कैंपस(CAMPUS) में किसी भी तरह की देश विरोधी गतिविधि नहीं चलेगी। छात्रों के ऐसे भाषण(SPEECH) पर रोक लगा दी गई है कि जिससे किसी भी तरह की अशांति पैदा हो। इसके साथ ही बिना इजाजत कोई पोस्टर या पम्फलेट भी नहीं बांटा जा सकेगा।
भड़काऊ भाषण पर भी रोक
नागरिकता संशोधन कानून(CAA) और एनआरसी(NRC) के बाद से अलग अलग विश्वविद्याल के छात्र इस कानून का विरोध कर रहे है। जेएनयू और अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में छात्रों द्वारा भड़काऊ भाषण भी दिए गए। JNU छात्र शरजील इमाम(Sharjeel Imam ) के भड़काऊ भाषण पर काफी हंगामा हुआ, उसके खिलाफ पांच राज्यों में देशद्रोह(sedition) का मुकदमा दर्ज किया गया। मंगलवार को उसे बिहार(Bihar) के जहानाबाद से गिरफ्तार किया गया। इसके अलावा जेएनयू के पूर्व छात्र उमर खालिद ने भी विवादित बयान दिया।
विवादित पोस्टर और पम्फलेट पर भी रोक
देश भर में अलग अलग जगह और अलग अलग विश्वविद्यालय में हो रहे प्रदर्शन को देखते हुए IIT
बॉम्बे ने ये सर्कुलर ज्वाइंन किया है। इस सर्कुलर के मुताबिक छात्र ऐसा कोई भाषण कैंपस या हॉस्टल में न दें जिससे वहां की शांति व्यवस्था प्रभावित हो।इसके अलावा किसी की तरह के विवादित पोस्टर और पम्फलेट पर भी रोक लगी दी गई है। IIT
बॉम्बे के छात्रों ने गणतंत्र दिवस से एक दिन पहले अपने कॉलेज परिसर से तिरंगा यात्रा निकाली। इस यात्रा में एक हजार फीट लंबे तिरंगे के साथ 1,500
से अधिक छात्रों, प्रोफेसरों,
गैर-शिक्षण कर्मचारियों समेत उनके परिवार के सदस्यों ने भाग लिया।
यह यात्रा लगभग साढ़े चार किलोमीटर तक कॉलेज परिसर को जोड़ने वाले रास्ते पर चली। इस मार्च का विषय 'आईआईटी बॉम्बे फॉर नेशन-बिल्डिंग'
था।
यह भी पढ़े- दिल्ली के चुनावों में महाराष्ट्र बीजेपी के नेताओं की रैलियां