मस्जिद बंदर में 145 साल पूराने कर्णाक पुल को कमजोरी के कारण तोड़ दिया गया है , लेकिन इस पूल के टूटने के बाद मस्जिद बंदर के पूर्व और पश्चिम में आनेजानेवाले लोगों को काफी तकलीफों का सामना करना पड़ रहा है। हालांकी अब इस पुल के निर्माणकार्य के लिए योजना बनाने के लिए टीपीएफ इंजीनियरिंग प्राइवेट लिमिटेड को इसकी जिम्मेदारी सौपी गई थी तो वही अब पुल के निर्माण के लिए तकनीकी परामर्श का चयन करने के बाद आईआईटी को टीपीएफ इंजीनियरिंग प्राइवेट लिमिटेड के मसौदे की समीक्षा के लिए चुना गया है।
145 साल पूराना ब्रिज
दक्षिण मुंबई में मस्जिद बंदर के पास लोकमान्य तिलक मार्ग पर कर्नाक पूल 145 साल पूराना था, पूल के काफी पूराने हो जाने के कारण मध्य रेलवे ने इस पूल को फिर से बनाने का निर्णय लिया था, जिसके कारण इस पूराने पुल को तोड़ दिया गया था। इस पूल को बनाने के लिए रेलवे को मनपा ने खर्चा दिया है। जिसके बाद मनपा की ओर से ही इसके लिए योजना तैयार की जा रही है।
आईआईटी को 15 लाख रुपये
आईआईटी को टीपीएफ इंजीनियरिंग प्राइवेट लिमिटेड के मसौदे की समीक्षा के लिए 15 लाख रुपये दिये जाएंगे। इस पूल को बनाने के लिए टेंडर निकाले गए थे, लेकिन जिस ठेकेदार को इस कार्य के लिए चुना गया था वह ब्लैक लिस्टेड था , जिसके कारण इसे टीपीएफ इंजीनियरिंग प्राइवेट लिमिटेड को दिया गया। इस पुल की कुल लंबाई 150 मीटर लंबी और चौड़ाई में 26.5 मीटर होगी। यह फ्लाईपॉउट पांच स्पैन में बनाया जाएगा। स्टील गर्डर, पीएससी गिरदर और आरसीसी डेक स्लैब से इसका निर्माण किया जाएगा।
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