राज्य में मेडिकल ( Maharashtra medical college fees) की पढ़ाई करनेवाले छात्रों के लिए थोड़ी राहत की खबर तो थोड़ी परेशानी की खबर है। राज्य के कई निजी मेडिकल कॉलेजों ने फीस में की बढ़ोत्तरी की है को कई कॉलेजो ने फिस में कमी भी की है। FRA ने पिछले वर्ष से मेडिकल कॉलेज के व्यय दस्तावेजों का उपयोग करके शुल्क राशि का निर्धारण किया।
किन कॉलेजो में बढ़ी फिस
इन कॉलेजो में कम की फिस
हालांकि, राज्य में छह कॉलेज तालेगांव का एमआईएमईआर (MIMIR), लातूर का एमआईएमएसआर(MIMSR), सोलापुर का अश्विनी मेडिकल कॉलेज ( ASHWINI MEDICAL COLLEGE) , नासिक का एसएमबीटी कॉलेज( MSBT), चिपलून का वालावलकर कॉलेज ( Walawalkar College) और जालना में जीआईएलयू का आईएमएसआर (JIlU’s IMSR) जिन्होंने इस साल अपनी ट्यूशन बढ़ाने का फैसला किया अब ये कॉलेज पिछले शैक्षणिक वर्ष की फीस के आधार पर ही अपना फिस लेगे।
राज्य के अधिकांश निजी मेडिकल कॉलेजों ने वार्षिक शुल्क में वृद्धि का अनुरोध किया
राज्य के कई निजी मेडिकल कॉलेजों ने फीस में 50,000 रुपये से लेकर 1.5 लाख रुपये तक की बढ़ोतरी की है। पर्याप्त दस्तावेज के आधार पर संस्थान समीक्षा का अनुरोध कर सकता है। जबकि राज्य के अधिकांश निजी मेडिकल कॉलेजों ने वार्षिक शुल्क में वृद्धि का अनुरोध किया, एफआरए ने इसके बजाय संस्थानों के खर्चों के आधार पर उचित वृद्धि की अनुमति दी है।आगामी प्रवेश सत्र के दौरान छात्रों की मदद करने के लिए, अधिकारियों ने पिछले सप्ताह लगातार बैठकों में स्नातक और स्नातकोत्तर दोनों मेडिकल कॉलेज की फीस निर्धारित की।
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