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महाराष्ट्र- राज्य के कई निजी मेडिकल कॉलेजों ने फीस में की बढ़ोत्तरी, कई ने की कमी

शुल्क नियामक प्राधिकरण (FRA) ने पिछले वर्ष से मेडिकल कॉलेज के व्यय दस्तावेजों का उपयोग करके शुल्क राशि का निर्धारण किया।

महाराष्ट्र- राज्य के कई निजी मेडिकल कॉलेजों ने फीस में की बढ़ोत्तरी, कई ने की कमी
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राज्य में मेडिकल ( Maharashtra medical college fees)  की पढ़ाई करनेवाले छात्रों के लिए थोड़ी राहत की खबर तो थोड़ी परेशानी की खबर है। राज्य के कई निजी मेडिकल कॉलेजों ने फीस में की बढ़ोत्तरी की है को कई कॉलेजो ने फिस में कमी भी की है। FRA ने पिछले वर्ष से मेडिकल कॉलेज के व्यय दस्तावेजों का उपयोग करके शुल्क राशि का निर्धारण किया।

किन कॉलेजो में बढ़ी फिस 

  • केजे सोमैया मेडिकल कॉलेज (KJ Somaiya Medical College) , सायन की फीस स्ट्रक्चर 10 लाख रुपए प्रति वर्ष से बढ़ाकर 11.27 लाख रुपए प्रति वर्ष कर दिया  गया है।
  • अहमदनगर में पद्मश्री डॉ. विट्ठलराव वाइके पाटिल मेडिकल कॉलेज (Padmashree Dr. Vitthalrao YK Patil Medical College)  का फीस स्ट्रक्चर 9.8 लाख रुपए प्रति वर्ष से 11 लाख रुपए प्रत वर्ष हो गयाहै
  • नागपुर के एनकेपी साल्वे इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस एंड रिसर्च सेंटर (NKP Salve Institute of Medical Science and Research Center)  की फीस भी 10.6 लाख रुपए प्रति वर्ष से बढ़कर 11.6 लाख रुपए हो गई है। 


इन कॉलेजो में कम की फिस

  • सांगली के प्रकाश इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (Prakash institute of medical sciences) में  एमबीबीएस ट्यूशन फीस ( MBBS Tution fees)  को 8.4 लाख रुपये से घटाकर 4.8 लाख रुपये कर दिया गया है
  • पुणे में काशीबाई नवले मेडिकल कॉलेज (Kashibai Navale Medical College) 
  • नासिक में एमवीपीएस वसंतराव पवार मेडिकल कॉलेज (MVPS Vasantrao Pawar Medical College)  


हालांकि, राज्य में छह कॉलेज तालेगांव का एमआईएमईआर (MIMIR), लातूर का एमआईएमएसआर(MIMSR), सोलापुर का अश्विनी मेडिकल कॉलेज ( ASHWINI MEDICAL COLLEGE) , नासिक का एसएमबीटी कॉलेज( MSBT), चिपलून का वालावलकर कॉलेज ( Walawalkar College) और जालना में जीआईएलयू का आईएमएसआर (JIlU’s IMSR) जिन्होंने इस साल अपनी ट्यूशन बढ़ाने का फैसला किया अब ये कॉलेज पिछले शैक्षणिक वर्ष की  फीस के आधार पर ही अपना फिस लेगे।  

राज्य के अधिकांश निजी मेडिकल कॉलेजों ने वार्षिक शुल्क में वृद्धि का अनुरोध किया

राज्य के कई निजी मेडिकल कॉलेजों ने फीस में 50,000 रुपये से लेकर 1.5 लाख रुपये तक की बढ़ोतरी की है। पर्याप्त दस्तावेज के आधार पर संस्थान समीक्षा का अनुरोध कर सकता है। जबकि राज्य के अधिकांश निजी मेडिकल कॉलेजों ने वार्षिक शुल्क में वृद्धि का अनुरोध किया, एफआरए ने इसके बजाय संस्थानों के खर्चों के आधार पर उचित वृद्धि की अनुमति दी है।आगामी प्रवेश सत्र के दौरान छात्रों की मदद करने के लिए, अधिकारियों ने पिछले सप्ताह लगातार बैठकों में स्नातक और स्नातकोत्तर दोनों मेडिकल कॉलेज की फीस निर्धारित की।

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