मंगलवार को डोंगरी इलाके में इमारत गिर जाने के कारण 13
लोगों की मौत हो गई। इस हादसे के बाद राज्य के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस ने बीएमसी कमिश्नर और मंत्रियों के साथ एक हाईप्रोफाईल मिटींग की। बुधवार को आवास विभाग के अधिकारियों के साथ एक बैठक में, फडणवीस ने ऐसी इमारतों के क्लस्टर पुनर्विकास को सैद्धांतिक मंजूरी दी।
मुख्यमंभी ने कहा की "जो इमारतें बेहद खराब हालत में हैं, उन्हें एक ही क्लस्टर में पुनर्विकास किया जाएगा। इन इमारतों के किरायेदारों को पारगमन घरों में स्थानांतरित कर दिया जाएगा या दो साल के लिए किराए दिए जाएंगे। क्लस्टर पुनर्विकास के मार्ग में आने वाली सभी बाधाएं दूर हो जाएंगी। महाराष्ट्र हाउसिंग एंड एरिया डेवलपमेंट अथॉरिटी
(म्हाडा)
के अध्यक्ष उदय सामंत ने सीएम के फैसले का स्वागत किया ।
सामंत ने घोषणा की कि उन्होंने अधिकारियों को 23
इमारतों को फिर से ऑडिट करने का निर्देश दिया है जिन्हें सबसे खतरनाक घोषित किया गया है। हर साल,
मानसून से पहले,
म्हाडा सबसे खतरनाक इमारतों को सूचीबद्ध करती है और इमारत में रहनेवाले लोगों को इमारत को खाली करने का नोटिस भेजती है।
म्हाडा से संबंधित दक्षिण मुंबई में
14,207 से अधिक इमारतें हैं। इनमें से
8,000 को तत्काल मरम्मत की आवश्यकता है, जबकि
3,000 मरम्मत के लायक भी नहीं है।
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