मुंबई में अब इलाज कराना महंगा होगा। बीएमसी बजट में हुई घोषणा के अनुसार मुंबई में रहने वालों के लिए स्वास्थ्य सुविधा की दर में 20 फीसदी की बढ़ोत्तरी की गयी है जबकि मुंबई के बाहर से आने वालों के लिए 30 फीसदी की बढ़ोत्तरी की गयी है। वरिष्ठ नागरिकों के लिए मुफ्त इलाज के प्रावधान को कायम रखा गया है।
उपनगरीय अस्पतालों में बढ़ेगी सुविधा
बीएमसी के प्रमुख अस्पतालों में बढ़ती मरीजों की संख्या को देखते हुए 10 उपनगरीय अस्पतालों में आधुनिक उपकरणों की खरीदी का प्रस्ताव किया गया है। इसके अलावा 10 उपनगरीय अस्पतालों में दवाइयों, सामग्री,डिस्पोजल सहित कर्मचारियों की भर्ती की भी घोषणा की गयी है, इन कामों के लिए 61 करोड़ रूपये का प्रावधान किया गया है।
गरीब और दिव्यांगों के लिए विशेष प्रावधान
नए आर्थिक साल में 25 दवाखानों की मरमम्त कर गरीबों के प्राथमिक उपचार के लिए शुरू किया जाएगा। केईएम अस्पताल में भी दो बहुमंजिला इमारत बनाने की भी योजना है जिसका काम इसी जुलाई महीने में शुरू हो जायेगा। नागपाड़ा में बेलसिस रोड पर स्थित नायर अस्पताल के अंतर्गत अर्ली इंटरवेंशन सेंटर भी बनाया जायेगा। इस सेंटर के लिए 1 करोड़ रूपये की घोषणा की गयी है। इसके साथ ही दिव्यांग बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए भी बजट में कई प्रावधान किये गए हैं।
2025 तक टीबी से निजात का लक्ष्य
वेंटिलेटर्स की सुविधा को सभी प्रमुख अस्पतालों और उपनगरीय अस्पतालों में उपलब्ध कराया जाएगा। 3 आरोग्य केंद्र, 25 दवाखाने और 5 प्रसूति गृह के लिए भी 50.70 करोड़ रूपये की भी घोषणा की गयी है। भारत सरकार ने 2025 तक टीबी को समूल रूप से समाप्त करने का प्रण लिया है इसलिए टीबी के मरीजों के लिए पोषक आहार, रोग निवारक किट, पेडियाट्रिक डीआरटीबी सेंटर, कल्चर एसटी लैब, 10 बेड सहित अन्य सामानों को खरीदने के लिए 13.50 करोड़ रूपये की घोषणा की गयी है।