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मुंबई : 2819 करोड़ रुपये बकाया है पानी का बिल

मुंबई नगर निगम के द्वारा लोगों को पीने के लिए पानी की आपूर्ति की जाती है, इस जलापूर्ति के बदले ग्राहक से एक निश्चित दर और उपयोग किए गए पानी के आधार पर यानी की मीटर रीडिंग के अनुसार शुल्क लगाया जाता है।

मुंबई : 2819 करोड़ रुपये बकाया है पानी का बिल
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कोरोना (Covid19) ने मुंबई (mumbai) सहित देश की आर्थिक स्थिति को काफी पीछे कर दिया है। पहले से ही डांवाडोल हो रही स्थिति के दौरान यह बात सामने आई है कि, मुंबई में करोड़ों रुपये पानी के बिल के रूप में बकाया हैं। अब इस बिल को वसूलना नगरपालिका (BMC) के लिए चुनोती साबित हो रही है।

बताया जाता है कि, बकाया पानी के बिल की राशि करीब 2,819 करोड़ रुपये है, जिस पर एकबारगी विश्वास नहीं होता। यह पिछले दस वर्षों की बकाया राशि है।

जानकारों के मुताबिक अभय योजना की घोषणा के बाद भी बकाया राशि की वसूली नहीं हो सकी। इस योजना के तहत बकाया राशि का भुगतान करने के लिए, नगर पालिका ने पिछले साल छूट दी थी।  लेकिन इस योजना के तहत मात्र 193 करोड़ रुपये ही वसूले गए थे।

बकाया राशि वसूलने के लिए नगर पालिका ने अब नया फैसला लिया है। निगम ने एक साथ बकाया राशि का भुगतान करने के बजाय चरणों में भुगतान के लिए एक नया प्रस्ताव तैयार किया है। अब इस प्रस्ताव को स्थायी समिति के समक्ष प्रस्तुत किया जाएगा। बता दें कि, पानी की बिल की बकाया राशि को वसूलने के लिए अभय योजना की घोषणा निगम द्वारा की जाती है। साल 2014-15 में बकाया राशि 1,119 करोड़ रुपये तक पहुंच गयी थी। इसके बाद अभय योजना से 234 करोड़ वसूल किया गया था, और 2020 में अभय योजना से 193 करोड़ वसूल किया गया।

मुंबई नगर निगम के द्वारा लोगों को पीने के लिए पानी की आपूर्ति की जाती है,  इस जलापूर्ति के बदले ग्राहक से एक निश्चित दर और उपयोग किए गए पानी के आधार पर यानी की मीटर रीडिंग के अनुसार शुल्क लगाया जाता है। चालू वित्त वर्ष में पानी और सीवरेज से राजस्व के रूप में 1535.88 करोड़ रुपये आने की उम्मीद है। लेकिन कोविड काल के दौरान पानी का बिल नहीं वसूला जा सका।

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