राज्य में प्लास्टिक बंदी की घोषणा होने के बाद भी दुकानदार प्लास्टिक का उपयोग करना बंद नहीं कर रहे हैं। दादर में फेरीवाले कम माइक्रोन वाली प्लास्टिक की थैलियों का धड़ल्ले से उपयोग कर रहे हैं। यही नहीं जब उनसे मुंबई लाइव के संवाददाता ने प्लास्टिक की थैलियों पर लगे प्रतिबंध के बारे में पूछा तो फेरीवालों का जवाब है कि 'बैन तो एक महीने बाद लगेगा, तब तक यूज करते हैं।'
सरकार लापरवाह?
प्लास्टिक बंदी की घोषणा करने के बाद भी जिस तरह से दादर जैसे इलाके में प्लास्टिक का उपयोग खुलेआम किया जा रहा है उसे देखकर यह लगता है कि या तो सरकार इस अमले में लापरवाही बरत रही है या फिर नियम को लेकर वह खुद गंभीर नहीं है।
पुराने नियम का हवाला
गौरतलब है कि 2006 में यह नियम जारी किया गया था कीं 50 माइक्रोन से काम के ही प्लास्टिक उपयोग में लाये जाएंगे और इससे मोटे प्लास्टिक बैन हो जाएंगे। उसी नियम की दुहाई देते हुए फेरीवाले और दुकानदार आज भी प्लास्टिक यूज कर रहे हैं, जबकि राज्य सरकार ने अपने आदेश में कहा था कि गुड़ी पड़वा से पूरी तरह से प्लास्टिक पर प्रतिबंध लगाया जायेगा।
'हो कार्रवाई'
शिवसेना के नगरसेवक समाधान सरवणकर ने इस बारे में चिंता जताते हुए कहा कि बीएमसी को भी प्लास्टिक पर पूरी तरह से प्लास्टिक को प्रतिबंध करना चाहिए। यही नहीं उन्होंने यह भी कहा कि दादर में जिस तरह से प्लास्टिक का उपयोग उस पर भी बीएमसी को ध्यान देना चाहिए और कार्रवाई करनी चाहिए।