मुंबई में गुरुवार को एक आईएनएस के एक कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आईएनएस कलवरी को देश के सेवा के लिए सौपा। इस मौके पर प्रधानमंत्री ने कहा की ईएनएस कलवरी को बनाने में भारतीयों का पसीना और शाक्ति लगी है और ये मेक इन इंडियन का उत्तम उदाहरण है । ये पनडुब्बी भारत और फ्रांस के सहयोग के जरिए बनाई गई है।
Commissioning of INS Kalvari is an occasion of great pride. It illustrates the success of @makeinindia and adds strength to our defence capabilities. pic.twitter.com/oVg6wlSwJM
— Narendra Modi (@narendramodi) December 14, 2017
पीएम गुरुवार को करेंगे आईएनएस कलवरी को देश को समर्पित
मजगांव डॉकयार्ड लिमिटेड में बनाई गई पनडुब्बी ने ज्यादातर परीक्षणों को पास कर लिया है। एमडीएल नौसेना के लिए पांच और स्कॉर्पिन श्रेणी के जहाजों का निर्माण कर रहा है जो 2020 तक तैयार हो जाएगा। सभी 6 कलवरी पनडुब्बियों को एंटी-शिप मिसाइल से लैस किया जाएगा ताकी दुश्मनों पर इसका प्रहार और भी तेज हो सके।
नौसेना को मिली स्कॉर्पीन सीरीज की पहली पनडुब्बी
क्या है आईएनएस कलवरी की ताकत
इस पनडुब्बी की लंबाई 67.5 मीटर और ऊंचाई 12.3 मीटर हैं। इस पनडुब्बी में 360 बैटरी है जिसमें हर बैटरी का वजन 750 किलो हैं । ये पनडुब्बी पानी में 50 दिनों तक रह सकती है। इस पनडुब्बी को एंटी-शिप मिसाइल से भी लैस किय़ा गया है।