शिंदे-फडणवीस सरकार(eknath Shinde devendra fadanvis) को शक है कि शिव भोजन थाली(Shiv bhojan thali) योजना में गड़बड़ी हुई है। ऐसे में इस योजना के बंद होने की संभावना है। यह योजना बंद हुई तो जरूरतमंदों को भारी नुकसान होगा।
शिव भोजन थाली योजना महाविकास अघाड़ी के दौरान शुरू की गई थी। इस योजना के तहत 10 रुपये में खाना मिलता था। कोरोना काल में उसी थाली की कीमत बढ़ाकर 5 रुपये कर दी गई थी।
खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री रवींद्र चव्हाण समीक्षा करेंगे कि शिव भोज थाली को जारी रखा जाए या नहीं। मंत्री रवींद्र चव्हाण इस सप्ताह खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग के तहत शुरू की गई योजनाओं की समीक्षा करने जा रहे हैं।
क्या शिव भोज थाली वास्तव में आवश्यक है? इस पर विचार किया जाएगा। यह भी समीक्षा की जाएगी कि यह योजना किसके हित में है। यह सब देखते हुए शिव भोजन थाली योजना को बंद करने का प्रस्ताव कैबिनेट के सामने रखा जा सकता है।
प्रदेश में एक लाख 88 हजार 463 प्लेट बिकती हैं। विभिन्न स्थानों पर शिव भोजन थाली के लिए केंद्र शुरू किए गए हैं। इन केंद्रों को चलाने वालों को राज्य सरकार द्वारा विभिन्न सहायता प्रदान की जाती है।
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