महाराष्ट्र के सांगली और कोल्हापूर में आई बाढ़ की वजह से कई इलाको में जनजीवन पूरी तरह से अस्त व्यस्त हो गया है। इस बात के भी कयास लगाए जा रहे थे की बाढ़ की वजह से राज्य में दूध की सप्लाई पर असर पड़ेगा। हालांकी शिवसेना नेता और राज्य के दुग्ध विकास राज्यमंत्री अर्जुन खोतकर ने इस बात का आश्वासन दिया है की मुंबई और आसपास के इलाको में दूध की कमी नहीं होने देंगे।
अर्जुन खोतकर का कहना है की मुंबई की दूध की जरूरत को पूरा करने के लिए राज्य के दूसरे हिस्सों से दूध उपलब्ध कराया जाएगा। मुंबई और आसपास के इलाको में रोजाना लगभग 35
लाख लीटर थैली बंद दूध की बिक्री होती है। इस दूध की सप्लाई पश्चिम महाराष्ट्र के कोल्हापुर,
सांगली,
पुणे और उत्तर महाराष्ट्र के नासिक,
अहमदनगर व जलगांव जिलों से होती है। इनमें प्रमुख रूप से अमूल,
गोकुल,
वारणा,
प्रभात,
राजहंस,
मदर डेअरी,
गोवर्धन,
आदि शामिल हैं।
दूध की आपूर्ति पर मामूली असर
अर्जुन खोतकर ने बताया कि 10 अगस्त को प्रमुख सहकारी व निजी दुग्ध संघों से मुंबई को सप्लाई किए गए लगभग 31.54 लाख लीटर दूध की तुलना में 11 अगस्त को 31.03 लाख लीटर दूध की ही आपूर्ति हो पाई। इसके साथ ही उन्होने कहा की हालात समान्य होने तक नासिक क्षेत्र के सहकारी और निजी दुग्ध संघों को उनके द्वारा मुंबई को होने वाली दूध आपूर्ति बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं।
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