दक्षिण मुंबई के छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस (CSMT) क्षेत्र में गुरुवार को एक पांच मंजिला इमारत का एक हिस्सा ढह गया था। इस हादसे में अब तक 6 लोगों के मारे जाने और 3 अन्य के घायल होने की खबर है। इमारत के मलबे के नीचे फंसे 23 लोगों को निकालने में दमकलकर्मियों की मदद ली गई और बचाव कार्य अभी भी जारी है।
गुरुवार शाम को लगभग 4:45 बजे छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस क्षेत्र में स्थित डाकघर (GPO) के पास बने 5-मंजिला बिल्डिंग 'भाानुशाली' का एक हिस्सा ढह गया। घटना की जानकारी मिलते ही फायर ब्रिगेड मौके पर पहुंच कर बचाव कार्य शुरू कर दिया। रात भर बचाव अभियान जारी रहने के बाद काम अभी भी जारी है।
बताया जाता है कि दुर्घटनाग्रस्त इमारत एक बंद इमारत थी, जिसे खतरनाक घोषित किया गया था। इस जर्जर भवन की मरम्मत के लिए म्हाडा से 'अनापत्ति प्रमाण पत्र' (NOC) प्राप्त किया गया था।
BMC की तरफ से भी आवश्यक अनुमति भी दी गई थी। इस इमारत का मरम्मत कार्य 1 अप्रैल से शुरू किया जाना था। लेकिन तालाबंदी के कारण काम शुरू नहीं हो सका, स्थानीय लोगों ने कहा कि, 'जर्जर भवन को तत्काल खाली कराने की जरूरत थी। जबकि आसपास की इमारतों के निवासियों के मुताबिक इस इमारत में अभी भी निवासी रहते थे।
स्थानीय लोगों के अनुसार, इस इमारत का एक हिस्सा ताश के पत्ते की तरह ढह गया और काफी जोर से आवाज हुई। शोर सुनकर इलाके में भय का माहौल बन गया। स्थानीय निवासी घटनास्थल पर पहुंचे और इसकी सूचना दमकल विभाग को दी।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, पूरी इमारत एक तरफ ढह गई थी और निवासी दूसरी तरफ फंसे हुए थे। हादसे की सूचना मिलते ही दमकल की 8 गाड़ियां और जरूरी वाहन मौके पर पहुंच गए। मनपा के 'ए' डिवीजन कार्यालय ने ध्वस्त इमारत के मलबे को हटाने और फंसे हुए लोगों को हटाने के लिए 50 से अधिक सहायककर्मी जुटे हुए हैं। लेकिन मूसलाधार बारिश की वजह से बचाव अभियान बाधित हुआ है।