चक्रवात तौकते में भारतीय नौसेना ने बखूबी काम किया है। क्योंकि यह तूफान भले ही अभी 4 दिन से चल रहा हो, लेकिन भारतीय नौसेना ने सर्च ऑपरेशन जारी रखा है। युद्धपोत आईएनएस कोच्चि और आईएनएस कोलकाता सहित अन्य नौसैनिक जहाज, टोही विमान और सी-किंग हेलीकॉप्टर समुद्र में मंडरा रहे हैं।
नौसेना ने अब तक 186 लोगों को P305 बार्ज से और दो को वरप्रदा नाव से बचाया है। नौसेना ने कहा कि अब तक 49 शव निकाले जा चुके हैं और शेष 26 की तलाश जारी है। चक्रवात के बाद अब तक 49 लोगों की मौत हो गई है और 26 अन्य लापता हैं, जिसने भौंहें चढ़ा दी हैं।
ओएनजीसी (ONGC) से उत्खनन कंपनी के साथ ही बार्ज संचालक डार्मस्ट को जिम्मेदारी सौंपी जा रही है। तटरक्षक बल ने मौसम विभाग के साथ मिलकर 14 मई को तूफान की चेतावनी दी थी। हालांकि, राकांपा प्रवक्ता और अल्पसंख्यक मंत्री नवाब मलिक (nawab malik) ने ओएनजीसी पर इसकी अनदेखी करने और अपने कर्मचारियों के जीवन को खतरे में डालने का आरोप लगाया।
उन्होंने यह भी दावा किया कि चक्रवात की चेतावनी के बाद सभी जहाजों को नियमों के अनुसार सुरक्षा में जाने का निर्देश दिया गया था। हालांकि, सुझाव बजरा राख नहीं लाया। दो दिन का काम बचा होने पर ऐसा किया गया। तूफान वास्तव में हिट होने से पहले समुद्र आगे बढ़ रहा था। लेकिन कर्मचारियों द्वारा इसकी अनदेखी करने का आरोप भी लगाया जा रहा है।
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