आस-पास के किसी व्यक्ति की हालत खराब होने पर, सड़क पर दुर्घटना होने पर नागरिक तुरंत 108 पर कॉल कर एंबुलेंस बुलाते हैं। लेकिन कई बार एंबुलेंस कितनी दूर पहुंची है, यह समझ में न आने पर मरीज की तबीयत खराब होने के डर से चिंता बढ़ जाती है। अब मार्च 2025 से मोबाइल एप पर '108 एंबुलेंस' का नया स्वरूप उपलब्ध होगा। इस एप से एंबुलेंस बुलाने पर एंबुलेंस कहां पहुंची है, इसकी जानकारी आसानी से मिल सकेगी। राज्य भर में 108 एंबुलेंस मेडिकल इमरजेंसी में मरीजों को अस्पताल पहुंचाने में अहम भूमिका निभा रही हैं। (The 108 Ambulance service will now be available through an app)
इसलिए मरीजों के परिजनों की स्थिति को ध्यान में रखते हुए 108 एंबुलेंस आसानी से उपलब्ध कराने के लिए मार्च 2025 से मोबाइल एप की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। साथ ही, एंबुलेंस कहां पहुंची है और पहुंचने में कितना समय लगेगा, इसकी सटीक जानकारी ओला और उबर ऐप की तरह मोबाइल पर प्रदर्शित होगी। साथ ही, चूंकि मोबाइल फोन नंबर उपलब्ध होगा, इसलिए एंबुलेंस चालक या डॉक्टर से सीधे संपर्क किया जा सकेगा।
मेडिकल इमरजेंसी के समय मरीज अपने परिजनों का पता बताने के मूड में नहीं होते। इसलिए, एंबुलेंस के लिए फोन करने या मोबाइल ऐप के जरिए एंबुलेंस बुलाने पर लोकेशन बेस्ड सर्विस के कारण संबंधित व्यक्ति की लोकेशन इमरजेंसी रिस्पॉन्स सेंटर को महज 15 सेकंड में मिल जाएगी।
ऐप पर अस्पताल
अगर किसी व्यक्ति को सड़क पर चलते समय कोई मेडिकल समस्या आती है, तो वह मोबाइल ऐप पर नजदीकी सरकारी अस्पताल की जानकारी हासिल कर सकेगा। ताकि वह उस स्थान पर पहुंचकर इलाज करा सके। साथ ही, भविष्य में निजी अस्पतालों को भी इसमें शामिल करने की प्रक्रिया चल रही है।
प्राकृतिक आपदा की जानकारी
मोबाइल ऐप का इस्तेमाल करने वाले व्यक्ति के इलाके में अगर कोई प्राकृतिक आपदा आती है, तो व्यक्ति को तुरंत मैसेज के जरिए जानकारी मिल जाएगी। इससे व्यक्ति सतर्क हो जाएगा।
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