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राज्य में जरूरी सामान की कमी नहीं ,किसी को घबराने की जरूरत नहीं -मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे

मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने लोगों से अपील की है कि वह सामानों का स्टॉक बनाकर ना रखें

राज्य में जरूरी सामान की कमी नहीं ,किसी को घबराने की जरूरत नहीं -मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे
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महाराष्ट्र में कोरोना वायरस (Coronavirus) का संकट बढ़ रहा है। गुरुवार को मुंबई में कोरोना संक्रमण (Covid-19) के चार और मामले सामने आए हैं। इसके साथ ही राज्य में इस महामारी से संक्रमित होने वाले मरीजों की संख्या अब बढ़कर 49 हो गई है। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने वर्तमान हालात पर पीएम नरेंद्र मोदी से चर्चा की है। 

कुल 49 मामले आये सामने

इस बीच मशहूर हाजी अली दरगाह को भी बंद कर दिया गया है।महाराष्ट्र के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री राजेश टोपे ने कोरोना के नए मामलों की जानकारी देते हुए कहा, 'दो मरीज कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। उन्हें मुंबई के कस्तूरबा अस्पताल में वेंटिलेटर पर रखा गया है। डॉक्टर उनके सेहत की निगरानी कर रहे हैं।' ब्रिटेन-दुबई से लौटी महिलाओं को कोरोना महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्रालय ने जानकारी देते हुए बताया, 'मुंबई में 22 साल की एक युवती में कोरोना की पुष्टि हुई है, जो हाल ही में ब्रिटेन से लौटी है।


एक और केस उल्हासनगर में सामने आया, जहां 49 साल की एक महिला का कोरोना टेस्ट पॉजिटिव आया है। महिला कुछ दिनों पहले दुबई गई थी।' उद्धव बोले- हालात नाजुक नहीं लेकिन चिंताजनक भारत में कोरोना वायरस के सबसे ज्यादा मामले अभी तक महाराष्ट्र में पाए गए हैं। मरीजों की संख्या बढ़ते देखते हुए उद्धव ठाकरे सरकार सक्रिय हो गई है। 


सीएम उद्धव ने पीएम मोदी से हालात पर विस्तार से चर्चा की। उद्धव ने कहा है, 'हम कोरोना वायरस से जंग लड़ रहे हैं। हमने सभी एहतियाती कदम उठाए हैं। हालात नाजुक नहीं हैं लेकिन चिंता की बात जरूर है।' राज्य सरकार ने कहा है कि दुकानें सुबह खुलेंगी और दोपहर में बंद हो जाएंगी। सीएम उद्धव ठाकरे ने कहा कि राज्य में जरूरी सामान पर्याप्त मात्रा में हैं और किसी को घबराने की जरूरत नहीं है। 


सीएम ने गैरजरूरी यात्रा से बचने की अपील की है। उद्धव ने कहा, 'मैंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात की है। उन्होंने केंद्र सरकार की तरफ से पूरे सहयोग का भरोसा दिया है।' सीएम उद्धव ठाकरे ने बताया, 'यह तय किया गया है कि दफ्तर रोज खुले रहेंगे लेकिन कर्मचारी आधे ही आएंगे। यह भी कोशिश की जा रही है कि रेल, बस और मेट्रो को भी 50 पर्सेंट पैसेंजर लोड के साथ चलाने की कोशिश की जाएगी। राज्य में जरूरी सामान की कमी नहीं है, किसी को घबराने की जरूरत नहीं है।'  

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