विरार के एक अस्पताल (fire in virar hospital) में लगी आग में 13 मरीजों की मौत से पूरा महाराष्ट्र गमगीन है। इस हादसे की जांच के लिए मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (uddhav thackeray) ने आदेश दे दिए हैं। इस बीच, राज्य के गृह मंत्री दिलीप वलसे पाटिल (dilip walse patil) ने भी पुलिस महानिदेशक को मामले की जांच करने का निर्देश दिया है।
CMO की तरफ से ट्वीट कर कहा गया है कि, 'मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने अस्पताल में आग लगने से और रोगियों की मृत्यु पर गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने संबंधित अधिकारियों से संपर्क किया और आग अच्छी तरह सेे बुझने और अन्य रोगियों का इलाज जारी रहने जैसी अन्य बातों को भी सुनिश्चित करने के लिए कहा है। इलाज कर रहे अन्य रोगियों को तुरंत अन्य अस्पताल में दाखिल कर उनका इलाज किया जाना चाहिए ताकि उन्हें चोट न पहुंचे।'
उन्होंने प्रशासन को तुरंत यह भी निर्देश दिया कि निजी अस्पताल में आग से सुरक्षा का पर्याप्त ध्यान रखा जाए या नहीं।
राज्य के गृह मंत्री दिलीप वलसे पाटिल ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि, 'विरार के विजय वल्लभ अस्पताल की गहन चिकित्सा इकाई में आग लगने से 13 मरीजों की मौत हो गई। यह घटना बहुत दुर्भाग्यपूर्ण और दर्दनाक है। हादसे के पीड़ितों को भावभीनी श्रद्धांजलि! पुलिस महानिदेशक को इस घटना की पूरी जांच करने का निर्देश दिया गया है।'
तो वहीं राज्य के स्वास्थ्यमंत्री राजेश टोपे (rajesh tope) ने कहा कि, विरार की घटना दुर्भाग्यपूर्ण और दिल दहला देने वाली है। जिनका कोई दोष नहीं है, उन्होंने अपनी जान गंवाई है। कलेक्टर, नगर आयुक्त, स्थानीय विधायकों और अन्य लोगों के साथ चर्चा के बाद मुझे बताया गया कि, एसी में विस्फोट हो गया था। एसी में विस्फोट होने के दो से तीन मिनट के भीतर ही आग लग गई। चार मरीज जो दरवाजे के बहुत पास थे, बच गए। लेकिन आईसीयू के अन्य 13 मरीज नहीं बच सके।