मुंबई में कोस्टल रोड प्रोजेक्ट (Coastal road project) के बनने से मछुआरों का कारोबार प्रभावित हो रहा है। इसलिए मछुआरे पिछले कई दिनों से अपने कारोबार को ठप होने से बचाने के लिए आंदोलन कर रहे हैं। पिछले 30 दिनों से वर्ली कोलीवाड़ा के मछुआरों ने अपनी नावों को समुद्र में ले जाकर कोस्टल रोड के खिलाफ आंदोलन शुरू कर दिया है। आंदोलन को संज्ञान में लेते हुए 11 नवंबर को मत्स्य मंत्री और मुंबई के संरक्षक मंत्री असलम शेख ने आंदोलन स्थल का दौरा किया और मछुआरों के साथ चर्चा की।
वर्ली में कोस्टल रोड पर काम बंद करने को कहा। उन्होंने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और पर्यावरण मंत्री आदित्य ठाकरे के साथ जल्द बैठक करने का भी वादा किया। इस सिलसिले में पूर्व के मुद्दों को समझने के लिए मंगलवार दोपहर मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष विधायक भाई जगताप के मार्गदर्शन में आजाद मैदान स्थित राजीव गांधी भवन स्थित उनके कार्यालय में बैठक की गयी।
बैठक में मुंबई कांग्रेस मछुआरा प्रकोष्ठ के अध्यक्ष धनाजी कोली, मध दरियादीप मछुआरा सहकारी समिति के अध्यक्ष संतोष कोली, संकेत कोली और उनके पदाधिकारियों और विजय पाटिल, जॉनसन कोली, नितेश पाटिल, रॉयल पाटिल, दीपक पाटिल, दीपक पाटिल ने भाग लिया। वर्ली मछुआरा सोसायटी के रितेश शिवदीकर ने मछुआरों को होने वाली कठिनाइयों पर विस्तार से चर्चा की।
इस मौके पर भाई जगताप ने कहा, ''मैंने मत्स्य पालन मंत्री असलम शेख को इस मुद्दे से अवगत करा दिया है और वर्ली में मत्स्य पालन की समस्या का समाधान खोजने के लिए मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और अन्य संबंधित मंत्रियों और अधिकारियों की संयुक्त बैठक तत्काल बुलाई है"। उन्होंने यह भी कहा कि यह बैठक का समय है क्योंकि मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे का अभी-अभी ऑपरेशन हुआ है। वहीं मछुआरों को बताया गया है कि बैठक होने तक समुद्र में तटीय सड़क का कोई काम नहीं किया जाएगा।
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