कोरोना रोगियों (Coronavirus) की बढ़ती संख्या ने रेमेडिसवीर इंजेक्शन (Remdesivier) की भारी मांग को जन्म दिया है। हालांकि, इंजेक्शन की कमी लगती है। यह पता चला है कि रेमेडिसवीर को काला बाजार में बेचा और बेचा जा रहा है। मुंबई में संग्रहित 2200 रेमेडिसवीर इंजेक्शन जब्त किए गए हैं।
पुलिस (Police) और खाद्य एवं औषधि प्रशासन (FDA) की एक टीम ने सोमवार रात दो ड्रग डीलरों पर छापा मारा। रेमेडिसवीर की 2200 बोतलें जब्त की गई हैं। दोनों ऑपरेशनों में जब्त की गई बोतलों को खाद्य एवं औषधि प्रशासन ने जब्त कर लिया है।
पुलिस उपायुक्त मंजूनाथ सिंह को बताया गया कि मरीन लाइन्स और मारोल के दो व्यापारियों के पास रेमेडिसवीर के स्टॉक हैं। उनकी टीम ने खाद्य और औषधि प्रशासन के अधिकारियों के साथ रात में दोनों स्थानों पर छापा मारा। रेमेडिसवीर की 200 बोतलें मरीन लाइन्स के एक व्यापारी से और मरोल के एक व्यापारी की 2000 बोतलों को जब्त किया गया।
इन इंजेक्शनों को इन पेशेवरों ने विदेशी निर्यात के लिए रेमेडिसवीर के निर्माताओं से लिया था। हालांकि, केंद्र सरकार द्वारा रेमेडिविविर के निर्यात पर प्रतिबंध लगाने के बाद, यह इंजेक्शन पेशेवरों के साथ रहा। हालाँकि, उन्हें खाद्य और औषधि प्रशासन की अनुमति के साथ स्थानीय उपयोग के लिए रेमेडिसविअर का स्टॉक उपलब्ध कराना आवश्यक था।
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