'मेरी क्या गलती थी जो मेरी ऐसी हालत हुई' पढ़िए 23 वर्षीय द्रविता की यह दर्दनाक दास्तां


'मेरी क्या गलती थी जो मेरी ऐसी हालत हुई' पढ़िए 23 वर्षीय द्रविता की यह दर्दनाक दास्तां
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कल्याण की रहने वाली 23 वर्षीय द्रविता सिंह ने सपने में भी नहीं सोचा होगा कि 7 फरवरी बुधवार के दिन उसके जीवन का सबसे मनहूस दिन होगा। इसी दिन उसके साथ एक हादसा हुआ जिसमें द्रविता ने एक हाथ और एक पैर गंवा दिया। जीवन में कुछ करने का सपना देखने वाली द्रविता की आखिर क्या गलती थी? बुधवार को जब वह ट्रेन में काम से सीएसएमटी जा रही थी तभी एक मोबाइल चोर ने उस पर हमला किया और वह ट्रेन से गिर पड़ी और वह दूसरी ट्रेन की चपेट में आ गयी. इस हादसे में उसने किसी तरह से अपने शरीर को ट्रैक से बाहर कर लिया था  वर्ना उसकी जान भी जा सकती थी, लेकिन दुर्भाग्यवश उसने अपना एक पैर  एक हाथ खो दिया।


नाबालिग मोबाइल चोर हुआ गिरफ्तार

जीआरपी ने उस नाबालिग मोबाइल चोर को गिरफ्तार कर लिया है। उसके खिलाफ 307 हत्या का प्रयत्न, 397 चोरी और  394 चोरी और जानबुझकर नुकसान पहुंचाने के आरोप में केस दर्ज किया है। यही नहीं जीआरपी इस मोबाइल चोर से आगे की भी पूछताछ कर रही है।




इस मामले में डॉक्टर का कहना है कि बुधवार शाम 4 बजे उसे भाटिया अस्पताल में दाखिल कराया गया। सिर में चोट लगने के कारण वह बेहोश हो गयी थी। साथ ही उसे खूब क्रश इंजरी भी हुई थी। उसके दाहिने पैर और बाएं हाथ का ऑपरेशन किया गया है।

शैलेश रानडे, प्लास्टिक सर्जन, भाटिया हॉस्पिटल 



क्या हुआ था द्रविता के साथ?

द्रविता के भाई दीपक ने घटना की जानकारी देते हुए बताया की द्रविता लेडीज लोकल से अपने ऑफिस जा रही थी। द्रवीता मोबाइल के द्वारा किसी से बात कर रही थी लेकिन ट्रेन में आवाज कट रही थी इसलिए वह दरवाजे पर खड़ी होकर बात करने लगी। उस समय ट्रेन मस्जिद स्टेशन पहुंचने वाली थी और ट्रेन कुछ स्लो भी हो गयी थी। उसी समय एक मोबाइल चोर जो कि एक पोल पर छुपकर बैठा हुआ है उसने द्रविता का मोबाइल छीनने के लिए उसके सिर पर डंडे से प्रहार किया। अचानक हुए इस हमले से द्रविता का बैलेंस बिगड़ गया और वह नीचे ट्रैक पर गिर पड़ी। उसी समय उसी ट्रैक पर लोकल ट्रेन भी आ रही थी। गंभीर रूप से जख्मी द्रविता ने किसी तरह से अपने आप को ट्रैक से बाहर निकाला लेकिन उसका दाहिना पैर और बायां हाथ ट्रेन की चपेट में आ ही गया।


सुलगते सवाल?

यह कोई पहला मामला नहीं है जब इस तरह की कोई दुर्घटना हुई हो। आम बजट मे भी रेलवे में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर घोषणा की गयी बावजूद इसके अपराधियों के हौसले बुलंद है क्योंकि रेलवे पुलिस की लापरवाही और ढुलमुल रवैये से उनके भी हौसले बढ़े हुए हैं।

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