एंटी करप्शन ब्यूरो (anti corruption bureau) यानी एसीबी ने सोमवार को आरे डेयरी कॉलोनी (aarey dairy colony) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी नाथू राठौर को 50,000 रुपये की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया। यही नहीं एसीबी (acb) ने जब राठौर के घर पर छापा मारा तो 3 करोड़ 46 लाख 10 हजार रुपये नकद भी मिले। अब ACB राठौर के खिलाफ जांच में जुट गई है।
बताया जाता है कि, आरे डेयरी कॉलोनी इलाके में रहने वाले एक शख्स के घर की मरम्मत का कार्य चल रहा था। चूंकि यह इलाका जंगल घोषित है, इसलिए किसी भी निर्माण कार्य के लिए सीईओ के अनुमति की आवश्यकता होती है। इसलिए शख्स ने निर्माण के लिए नाथू राठौर के पास आवदेन किया।
राठौर ने आरक्षक अरविंद तिवारी से मिलने के लिए कहा। शख्स जब अरविंद तिवारी से मिला तो उसने राठौड़ की ओर से 50 हजार रुपये की रिश्वत मांगी। इसके बाद शिकायतकर्ता शख्स ने 14 मई को मुंबई के एंटी करप्शन विभाग में एक लिखित शिकायत दर्ज कराई।
रिश्वत लेने वाले अधिकारियों ने जब शिकायत का सत्यापन किया तो उसमें सभी तथ्य सही पाए गए। तिवारी को आरे मिल्क डेयरी स्थित उसके कार्यालय में जाल बिछा कर राठौर के सामने 50 हजार रुपये लेते पकड़ा गया। जिसके बाद राठौर और तिवारी दोनों को गिरफ्तार करके उनके खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
राठौड़ की गिरफ्तारी के बाद करप्शन ब्यूरो विभाग ने उसके घर पर भी छापा मारा। इस छापेमारी में राठौड़ के घर से 3 करोड़ 46 लाख 10 हजार नकद बरामद किया गया है। जिसके बाद ब्यूरो के तो होश ही उड़ गए। अब ब्यूरो के और भी जन्मकुंडली को खंगाला जा रहा है।