संघवी मर्डर केस: एक मोबाइल कॉल से पकड़ा गया हत्यारा


संघवी मर्डर केस: एक मोबाइल कॉल से पकड़ा गया हत्यारा
SHARES

HDFC बैंक के वौइस् प्रेजिडेंट सिद्धार्थ संघवी की हत्या मामले को पुलिस ने सुलझाने का दावा किया है। पुलिस के मुताबिक संघवी की हत्या जॉब में प्रमोशन मिलने की ईर्ष्या से नहीं बल्कि लूट के इरादे से की गयी थी। संघवी की हत्या 20 वर्षीय आरोपी रईस उर्फ़ सरफारज शेख ने ही की थी। पहले तो सराफ़राज ने पुलिस को काफी बरगलाने की कोशिश की लेकिन बाद ने उसे सारी सच्चाई पुलिस के सामने उगल दी। दरअसल सरफारज ने एक बाइक किश्त पर ली थी, उस किश्त के पैसे भरने के लिए ही सरफराज ने संघवी को लूट कर उसका क़त्ल कर दिया।

रची लूट की साजिश 

पुलिस ने बताया कि रईस यानि सरफारज नवी मुंबई में रहता था और वह लोअर परेल स्थित कमला मिल की उसी बिल्डिंग में बेगारी का काम करता था जिसमें संघवी का भी ऑफिस था। कुछ महीने पहले रईस ने एक बाइक किश्त पर ली थी। उस किश्त का पैसा भरने की तारीख नजदीक आ रही थी, लेकिन रईस के पास पैसे नहीं थे। ऊपर से उसने कई लोगों से कर्ज भी ले रखा था। उसने जब संघवी को देखा तो रईस जानता था कि संघवी बैंक के बड़ी पोस्ट पर काम करता है और काफी पैसे वाला भी है, और इसके पास कार भी है, इसीलिए उसने संघवी को लूटने की साजिस रची।इसके लिए उसने एक चाकू भी खरीद कर रख लिया।


पार्किंग में बनाया लूटने का प्लान 

संघवी अपनी कार बिल्डिंग के तीसरे फ्लोर पर स्थित पार्किंग में खड़ी करता था। यही नहीं पार्किंग में सीसीटीवी भी नहीं लगा हुआ था और सिक्युरिटी गार्ड भी सुबह 8 बजे से लेकर शाम 6 बजे तक ही रहता था, इसीलिए रईस ने संघवी को लूटने के लिए इसी जगह का चुना। 


हत्या कर लाश कल्याण में फेंका 

5 सितंबर के दिन रात 8 बजे जब संघवी घर जाने के लिए अपनी कार में बैठा तभी रईस वहां आ गया और उसने चाकू के बल पर संघवी से पैसा मांगा। जब संघवी ने पुलिस से शिकायत करने की धमकी दी तो रईस ने संघवी पर हमला कर दिया और उसकी गला रेत कर हत्या कर दी। हत्या करने के बाद रईस ने संघवी की लाश को एक कपड़े में बांध दिया और संघवी की ही कार में बैठ कर कल्याण के हाजीमलंग रोड पर एक सुनसान जगह लाश फेंक दिया। इसके बाद रईस ने कोपरखैरणे में एक जगह कार को लावारिस छोड़ कर भाग खड़ा हुआ।

 
मोबाइल से मिला हत्यारे का सुराग 

अगले दिन जब रईस ने संघवी के गायब होने की खबर सभी न्यूज चैनलों और समाचार पत्रों में पढ़ी तो वह डर गया और उसने संघवी के मोबाइल का सिम कार्ड निकाल कर उसमे दूसरा सिम कार्ड डाला और उसकी पत्नी को फोन करके कहा कि 'सिद्धार्थ सर ठीक है तुम्हें चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है.' यह कह कर रईस ने फोन कट कर दिया।
 

इस तरह हुआ गिरफ्तार 

इस फोन करने की जानकारी संघवी की पत्नी ने पुलिस को दी, इसके बाद पुलिस ने मोबाइल ट्रेस करके रईस यानी सरफारज को उसके घर से गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में रईस ने संघवी के हत्या की बात कबूल कर ली। पुलिस ने संघवी को भोईवाड़ा कोर्ट में पेश किया, कोर्ट ने रईस को 19 सितंबर तक पुलिस कस्टडी में भेज दिया।

पढ़ें: Shocking...मात्र 20 साल के कॉन्ट्रैक्ट किलर ने मारा संघवी को

Read this story in English or मराठी
संबंधित विषय
मुंबई लाइव की लेटेस्ट न्यूज़ को जानने के लिए अभी सब्सक्राइब करें