माओवादी ग्रेनेड लांचर खरीदना चाहते थे, था 8 करोड़ का बजट


माओवादी ग्रेनेड लांचर खरीदना चाहते थे, था 8 करोड़ का बजट
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देश का माहौल बिगाड़ने और सरकार का तख्ता पलट करने साथ ही कथितरूप से नक्सली लिंक के आरोप में गिरफ्तार किये गए पांच सामाजिक कार्यकर्ताओं के खिलाफ ठोस सबूत होने के दावा पुणे पुलिस ने किया है।  शुक्रवार को महाराष्ट्र पुलिस के एडीजी (लॉ एंड आर्डर) परमवीर सिंह ने कई सनसनीखेज दावे किए । सिंह ने बताया कि उन्हें जांच में कई पुख्ता सबूत मिले हैं जिनमें कई पत्र भी शामिल हैं। एक पत्र के हवाले से सिंह ने दावा किया कि माओवादी हथियार खरीदने के लिए 8 करोड़ रूपये की व्यवस्था कर रहे थे।

ग्रेनेड लांचर जैसे हथियार ख़रीदे जाने थे 

परमवीर सिंह ने बताया कि माओवादी नेपाल से हथियार मंगाना चाहते थे। इन हथियारों में 4 लाख कारतूस और 4 ग्रेनेड लांचर जैसे हथियार शामिल थे और इसके लिए 8 करोड़ रूपये की व्यवस्था की जा रही थी। सिंह ने यह भी कहा कि छापे में चीन और रशियन हथियारों का एक कैटलॉग भी मिला है। यही नहीं एक पत्र में जीएनयू और कुछ यूनिवर्सिटी के छात्रों को हथियार चलाने का प्रशिक्षण देने की भी बात कही गयी है।


अंडर ग्राउंड कैडरों की भी तलाश शुरू 

एडीजी ने पत्रकारों को जानकारी देते हुए आगे बताया कि जितने भी जगह छापे मारे गए उनकी वीडियो रिकॉर्डिंग की गयी है।बरामद सभी पत्रों की जांच की जा रही है, साथ ही माओवादियों के अंडर ग्राउंड कैडरों की भी तलाश की जा रही है। आपको बता दें कि पुणे पुलिस ने पीएम की हत्या की साजिश रचने और नक्सलियों से संबंध रखने के आरोप में समाज सुधारक सुधा भारद्वाज, कवी पी.वरावर राव, सामाजिक कार्यकर्ता गौतम नवलखा, वकील अरुण फरेरा और वेर्नोन गोंजाल्विस को गिरफ्तार किया था।

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