उद्योगपति मुकेश अंबानी (mukesh ambani) के आवास 'एंटीलिया' (antilia) के बाहर विस्फोटक से भरी कार खड़ी करना और मनसुख हिरेन की हत्या के मामले में गिरफ्तार किए गए सहायक पुलिस निरीक्षक सचिन वझे (sachin vazhe) को पुलिस सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है। मुंबई पुलिस आयुक्त हेमंत नगराले (Mumbai police commissioner hemant nagrale) ने उनकी बर्खास्तगी का आदेश जारी किया।
गौरतलब है कि, 25 फरवरी को मुकेश अंबानी के आवास 'एंटीलिया' के बाहर जिलेटिन से लदी स्कॉर्पियो कार मिली थी। इस कार के मालिक मनसुख हिरेन की 4 मार्च को संदिग्ध स्थिति में डेडबॉडी मिली। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने इस मामले में सचिन वझे को गिरफ्तार किया था। बाद में वझे को निलंबित कर दिया गया। ऐसी चर्चा थी कि उसे पुलिस सेवा से ही बर्खास्त कर दिया जाएगा। आखिरकार धारा 311 के तहत, मुंबई पुलिस आयुक्त हेमंत नागराले ने वझे की छुट्टी कर ही दी। एंटीलिया केस और हिरेन की हत्या के मामलों ने मुंबई पुलिस काफी बदनामी हुई है। वझे की बर्खास्तगी करके पुलिस विभाग ने डैमेज कंट्रोल की कोशिश की है।
नब्बे के दशक के 'एनकाउंटर स्पेशलिस्ट' कहे जाने वाले सचिन वझे 16 साल बाद 2020 में पुलिस बल में वापस लाए गए थे। हालांकि, उन्हें अब पुलिस सेवा से हटा दिया गया है। चर्चा है कि इसके अलावा, पुलिस अधिकारी रियाज़ काज़ी और सुनील माने को भी जल्द ही बर्खास्त कर दिया जाएगा।
सुनील माने को एनआईए ने मनसुख हिरेन मामले में शामिल होने के आरोप में गिरफ्तार किया था। वझे के साथ एपीआई रियाज़ काज़ी को भी निलंबित कर दिया गया था। उसने सबूतों को नष्ट करने के में वझे की मदद की थी।
सुनील माने मुंबई के कांदिवली क्राइम ब्रांच के एक पुलिस इंस्पेक्टर था। एनईआईए ने दावा किया कि एंटीलिया निवास के बाहर माने को भी विस्फोटक मामले की पूरी जानकारी थी।