खुलासा: 'सुदर्शन चक्र' पिस्तौल से की गयी थी दाभोलकर, पानसरे, कलबुर्गी और लंकेश की हत्या


खुलासा: 'सुदर्शन चक्र' पिस्तौल से की गयी थी दाभोलकर, पानसरे, कलबुर्गी और लंकेश की हत्या
SHARES

मुंबई से सटे नालासोपारा में एटीएस ने छापा मार कर जब से कथितरूप से एक कट्टर हिंदू संगठन के सदस्यों को गिरफ्तार करने का जो सिलसिला शुरू किया है उससे रोज नई नई बातें सामने आ रही हैं। अब तक एटीएस ने कुल 9 लोगों को गिरफ्तार किया है, अब एक और बात का खुलासा हुआ है कि डाॅ. नरेंद्र दाभोलकर, गोविंद पानसरे, एम.एम. कलबुर्गी और गौरी लंकेश की हत्या एक ही पिस्तौल से की गयी थी, और इस पिस्तौल नाम आरोपियों ने 'सुदर्शन चक्र' रखा था। इस बात का खुलासा अमोल काले ने किया।

'सुदर्शन चक्र' से की गयी थी चारों की हत्या 

कर्नाटक एसआईटी ने अपनी पूछताछ में अमोल काले को इन चारों की हत्या का मुख्य सूत्रधार बताया है। अमोल ने बताया कि इन चारों की हत्या एक ही पिस्तौल 'सुदर्शन चक्र' से की गयी थी। अब अमोल काले से महाराष्‍ट्र एटीएस, सीबीआई और कर्नाटक एसआईटी और भी पुछताछ करेगी, यही नहीं सूत्रों के अनुसार जल्द ही डाॅ. नरेंद्र दाभोलकर, गोविंद पानसरे, एम.एम. कलबुर्गी और गौरी लंकेश के मर्डर केस से भी पर्दा हट सकता है।

एक हफ्ते के लिए पुलिस हिरासत में 

दो दिन पहले ही एटीएस ने घाटकोपर के भटवाड़ी से अविनाश पवार को गिरफ्तार किया था। इसके अलावा कर्नाटक एसआईटी के अधिकारी भी शनिवार को मुंबई आए थे और वैभव राऊत, शरद कलसकर, सुधन्वा गोंधलेकर, अमोल काले और श्रीकांत पांगारकर से पूछताछ की थी। फ़िलहाल इन सभी को कोर्ट ने 7 दिन के लिए पुलिस कस्टडी में रखने का आदेश दिया है।
पूछताछ में यह भी सामने आय कि फिल्म पद्मावत के विरोध के समय इन्होंने, कल्याण के भानू सागर और बेलगांव के प्रकाश सिनेमागृह में भी यह लोग बम ब्लास्ट किया था।

म्यूजिक कंसर्ट भी था निशाने पर 

मंगलवार को एटीएस ने कोर्ट में एक सनसनीखेज खुलासा करते हुए यह भी कहा है कि जिन लोगों को गिरफ्तार किया गया है वे पुणे में आयोजित होने वाले 'सनबर्न फेस्टिवल' में बम ब्लास्ट करने वाले थे। एटीएस ने बताया कि इस बात का पता शरद कलसकर के कंप्यूटर को डीकोड करने के बाद ही पता चला।आपको बता दें कि सनबर्न एक वेस्टर्न म्यूजिकल कंसर्ट है जिसमें युवा नाच गाना करते हैं। पुणे में आयोजित होने वाले इस कंसर्ट का विरोध अकसर कई हिंदू संगठन करते हैं।


'अमोल काले ने ही मारी थी गोली'

एसआईटी ने यह भी बताया कि राजेश बांगर ने हथियार और वाहन मुहैया कराये थे, और अमित डेगवेकर नामके एक शख्स ने पैसा उपलब्ध कराया था। परशुराम वाघमारे ने पूछताछ में यह भी बताया कि इन चारों पर गोलियां चलाने के लिए अमोल काले को नियुक्त किया गया था।

Read this story in मराठी or English
संबंधित विषय
मुंबई लाइव की लेटेस्ट न्यूज़ को जानने के लिए अभी सब्सक्राइब करें