प्रसिद्ध ट्रेड यूनियन नेता दत्ता सामंत की हत्या के मामले की जांचत अब सीबीआई करेगी। इस हत्याकांड में मुंबई में जेल में बंद गैंगस्टर छोटा राजन की भूमिका संदिग्ध है।जांच एजेंसी द्वारा दर्ज किए गए 10
मामलों में से एक है,
जो
1992
से
14
साल की अवधि में फैले अन्य लोगों के बीच जबरन वसूली,
हत्या और धमकी से जुड़े मामलों में राजन की कथित संलिप्तता से संबंधित है।
16
जनवरी 1997 के दिन हत्या
अधिकारियों ने कहा कि सामंत,
एक प्रभावशाली ट्रेड यूनियन नेता,
की को जीप में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
मोटरसाइकिल पर आए हमलावरों ने 17
गोलियां चलाई थीं,
जिससे
1981
के प्रसिद्ध मुंबई टेक्सटाइल मिल मजदूरों की साल भर की हड़ताल के लिए जिम्मेदार श्रमिक नेता की मौत हो गई थी।
यह मामला मुंबई पुलिस द्वारा दर्ज किया गया था,
जिसे इंडोनेशिया में राजन को पकड़ने और उसके बाद भारत छोड़ने के बाद 70
अन्य मामलों के साथ 2015
में सीबीआई को सौंप दिया गया था।
हत्या के कथित शूटरों में से एक,
विजयकुमार चौधरी, 2007 में कोल्हापुर में मुंबई पुलिस के साथ मुठभेड़ में मारा गया था।सीबीआई ने सामंत के चालक के बयान के आधार पर दर्ज की गई मुंबई पुलिस की प्राथमिकी को अपने अधिकार के रूप में दर्ज कर लिया है।
सीबीआई द्वारा दर्ज अन्य मामले 1992
में भांडुप दंगा,
हत्या और 2004
में एक अंधेरी निवासी की हत्या,
गोलीबारी और हत्या के प्रयास सहित अन्य मामलों से संबंधित हैं।
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