हीरा व्यापारी उदानी मर्डर केस: आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल, पैसा और प्रेमिका हत्या की मुख्य वजह

जब पुलिस ने जांच शुरू की तो तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार हुए तीन लोगों में दो महिलाएं भी शामिल हैं, इनके नाम महेश भोईर, ज़ारा मोहम्मद खान, शाइस्ता खान उर्फ डाॅली है।

हीरा व्यापारी उदानी मर्डर केस: आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल, पैसा और प्रेमिका हत्या की मुख्य वजह
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घाटकोपर का बहुचर्चित हीरा व्यापारी हत्याकांड राजेश्वर उदानी मामले में पंतनगर पुलिस ने जिन सातों आरोपियों को गिरफ्तार किया था, उनके खिलाफ मंगलवार को 1330 पन्नो की चार्जशीट पेश किया। इस समय ये सभी आरोपी न्यायिक हिरसत में हैं।

चार्जशीट के मुताबिक इस हत्याकांड का मुख्य आरोपी सचिन पवार की नजर उदानी की प्रेमिका पर बुरी नजर और सिर्फ 50 हजार रुपए के लिए ही इस हत्याकांड को अंजाम दिया। इस चार्जशीट में पुलिस ने 204 गवाहों के बयान दर्ज किये हैं। साथ ही आरोपियों के मोबाइल टॉवर की लोकेशन, प्रयोग की गयी कार सहित अन्य सामानों को भी सबूत के रूप में आधार बनाया गया है। 

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आपको बता दें कि घाटकोपर के रहने वाले हीरा व्यापारी राजेश्वर उदानी 28 नवंबर को घर से बाहर गए लेकिन वापस नहीं लौटे। इसके बाद 3 नवंबर को पनवेल में इनकी डेडबॉडी मिली। जब  पुलिस ने जांच शुरू की तो तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार हुए तीन लोगों में दो महिलाएं भी शामिल हैं, इनके नाम महेश भोईर, ज़ारा मोहम्मद खान, शाइस्ता खान उर्फ डाॅली है।

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बताया जाता है कि इस हत्या केस का मुख्य आरोपी सचिन पवार ने उदानी की कुछ महीने पहले आर्थिक रूप से मदद की थी। लेकिन व्यापार में घाटा के चलते उदानी अपना कर्ज समय पर नहीं चुका सका। इससे उदानी और पवार में झगड़ा होने लगा। पवार ने उदानी से बदला लेने के लिए हनी ट्रैप का सहारा लिया। इसके लिए सचिन ने शाइस्ता की मदद से जारा को उदानी से मिलवाया। पवार की साजिश थी कि जारा अपने हुस्न के जाल में उदानी को फांस लेगी और दोनों का आपत्तिजनक फोटो खींच कर उदानी को ब्लैकमेल किया जाएगा, लेकिन सचिन की यह साजिश नाकाम हो गयी।

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पुलिस के मुताबिक 28 नवंबर के दिन जब दिनेश पवार जब कार लेकर उदानी के घर आया तो उस समय कार में ज़ारा भी थी. इसके बाद उदानी ज़ारा पर लट्टू हो गया। जारा के हनी ट्रैप में फंस कर सचिन, दिनेश और प्रणित ने उदानी कि हत्या कर दी। इस हत्या में महेश भी शामिल था।

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