कोरोना के कारण मुंबई पुलिस के एक 54 वर्षीय कांस्टेबल की मौत हो गई है। राज्य में अब तक 20 पुलिस कर्मियों की कोरोना से मौत हो चुकी है।जबकि करीब 2000 पुलिसकर्मी इसकी चपेट में आ चुके हैं।
बताया जाता है कि पीड़ित कॉन्स्टेबल दादर पुलिस स्टेशन पर तैनात थे, और वर्ली कोलीवाड़ा में मोबाइल गाड़ी पर इनकी ड्यूटी लगी थी। 20 मई को उनकी तबियत अचानक से खराब होने लगी। इसके बाद उनकी जांच कराई गई तो रिपोर्ट में वे कोरोना संक्रमित निकले। इसके बाद उन्हें मरोल के PTS में दाखिल कराया गया।
लेकिन यहां ठीक न होता देख उन्हें वर्ली के NSCI में दाखिल कराया गया। इसके बाद 24 मई को उनकी तबियत बिगड़ने लगी और उन्हें सांस लेने में तकलीफ होने लगी। इसके बाद उन्हें नायर अस्पताल ले जाया गया।
मंगलवार 26 मई को उनकी स्थिति को देखते हुए उन्हें ICU में भर्ती कर दिया गया, लेकिन दुर्भाग्यवश इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।
जानकारी के अनुसार अपने मित्रों के बीच अण्णा के नाम से जाने जाने वाले ये ठाणे में रहते थे।
जबकि राज्य में 223 पुलिस अधिकारी और 1741 पुलिस कर्मचारी कोरोना पॉजिटिव आए हैं, जिनका इलाज शुरू है। पुलीस कर्मियों के लिए राज्य भर में कुल 3717 रिलीफ कैंप बनाये गए हैं, जिसमें लगभग 3 लाख 54 हजार 195 नागरिकों की व्यवस्था की गई है।
मुंबई के वकोला में पुलिस के लिए एक विशेष कोविड 19 देखभाल केंद्र स्थापित किया गया है, साथ ही मरीन ड्राइव स्थित पुलिस जिमखाना में एक कोविड 19 देखभाल केंद्र भी स्थापित किया जाएगा।
कोरोना संक्रमण के कारण किसी भी पुलिसकर्मी की मौत होने पर उनके परिवारों को 65 से 70 लाख रुपये की वित्तीय सहायता और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देेनेे की घोषणा सरकार ने की है।