फाइनेंस कंपनी को करोड़ो रुपये का चुना लगानेवाले गिरोह को क्राइम ब्रांच ने किया गिरफ्तार


फाइनेंस कंपनी को करोड़ो रुपये का चुना लगानेवाले गिरोह को क्राइम ब्रांच ने किया गिरफ्तार
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मुंबई की एक मशहूर फाईनेंस कंपनी को 7 कोरड़ का चुना लगानेवाले एक गिरोह का पर्दाफाश मुंबई क्राइम ब्रांच ने किया। क्राइम ब्रांच ने इस मामले में आंध्र प्रदेश से कुछ लोगों को गिरफ्तार किया है। इस फाइसेंस कंपनी द्वारा बनाई गए रेवेन्यू शेअरिंग पार्टनर्स कंपनी के मालिको ने कर्मचारियों से हाथ मिलाकर इस धोखाधड़ी को अंजाम दिया। पुलिस इस मामले में अन्य संदिग्धों की पहचान करने की कोशिश कर रही है।

नकली दस्तावेजो की मदद

मुंबई में फॉरच्युन एसेस्टस नाम की कंपनी नए और पूराने वाहनों को खरदीने के लिए फाइनेंस की सुविधा मुहैया कराती थी। इस कंपनी ने वाहनों के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करने के लिए आर्थिक मदद करने के लिए रेवेन्यू शेअरिंग पार्टनर्स कंपनी की स्थापना की थी। ये कंपनी जरुरतमंदो के लिए जरुरी दस्तावेज रखने के साथ साथ उन्हे रकम पहुंचाती थी।

इस कंपनी के मालिक आरोपी तिरूमली शमीर थखयाने , फॉरच्युन एसेस्टस कंपनी के आंध्रप्रदेश के कर्मचारी पी.शीव नागाराजू, एम.डी.शकीर और अन्य साथीदारों ने जून 2016 से नवंबर 2016 के बीच कंपनी की ओर से आर्थिक मदद मिलनेवाले 457 लोगों का डाटा लिया। इन 457 लोगों में 287 लोगों का नकली डाटा तैयार किया। नकली डाटा तैयार करने के बाद कंपनी को 6 करोड़ 30 लाख रुपये का चुना लगाया गया। इस पूरे मामले में एस्टार आँटो फायनान्स एंजेसी कंपनी को दस प्रतिशत रकम वापस भी किया गया। लेकिन उसके बाद इक भी ईएमआई ना भरने के लिए इस गिरोह ने 77 लाख 4हजार 320 रुपये का चुना लगाया।

पुलिस कर रही आगे की जांच

कंपनी के ऑडिट में इस बात का खुलासा हुआ और पुलिस में इस बात की शिकायत की गई। पुलिस ने इसकी जांच क्राइम ब्रांच को सौप दी। क्राइम ब्रांच ने इस मामले में रून शमीर (40), मोहम्मद अब्दुल शमीर (34) और थोगाटा नागाराजू(38) को गिरफ्तार किया है , फिलहाल पुलिस अब आगे की जांच कर रही है।


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