केंद्रीय मंत्री पियूष गोयल और सुरेश प्रभु के नाम पर ठगी

अलग-अलग मामलों में केंद्रीय मंत्री पियूष गोयल और सुरेश प्रभु के नाम पर ठगी करने का मामला सामने आया है, जिसमें दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है.

केंद्रीय मंत्री पियूष गोयल और सुरेश प्रभु के नाम पर ठगी
SHARES

रेलवे मंत्री पियूष गोयल के नाम पर लोगों को ठगने वाले आरोपी ज्योति कुमार अग्रवाल को माहिम पुलिस ने गिरफ्तार किया है। बताया जाता है कि ज्योति ने रेलवे का ठेका दिलाने का नाम पर एक शख्स से डेढ़ लाख रुपए ऐंठे थे।

क्या था मामला?
मिली जानकारी के मुताबिक लोअर परेल स्थित जी.के मार्ग पर बने मैराथॉन बिल्डिंग के रहने वाले मनीष पटेल पर्यावरण सलाहकार का काम करते हैं। आरोपी ज्योति कुमार और मनीष दोनों एक दूसरे से अच्छी तरह से परीचित थे। 16 मार्च 2018 के दिन ज्योति कुमार मनीष से मिलने आया था। उस समय ज्योति को बताया कि, 'उसके और रलेवे मंत्री पियूष गोयल के घर जैसे संबंध हैं और उसे रेलवे की तरफ से करोडो रूपये लागत वाली 'सतत' योजना का ठेका मिलने जा रहा है।' 

इसके बाद मनीष ने ज्योति से कहा कि वह यह ठेका उसे दिला दे, लेकिन मनीष ने इस काम के लिए अधिक पैसे खर्च होने की बात कही, जिसे ज्योति मान गया। ज्योति कुमार ने मनीष पटेल से सितंबर 2018 से लेकर जनवरी 2019 के दौरान समय-समय पर कुल डेढ़ लाख रूपये यह कह कर पैसे लिए कि पीयूष गोयल के करीबियों को दिवाली गिफ्ट देना है। पटेल को किसी बात का शक न हो इसके लिए ज्योति कुमार ने पियूष गोयल के फर्जी ईमेल और सिगनेचर भी मनीष को दिखाया ताकि वह ठेका उसे ही मिलने की बात पर आश्वस्त रहे। इसके अलावा ज्योति में मनीष को एक और मेल दिखाया जिसमें लिखा तह कि NEFT द्वारा गोयल को 1.75 लाख रूपये भेजे गए हैं।

लेकिन कई दिन तक ज्योति कुमार द्वारा टाल मटोल करने के बाद मनीष को कुछ शक हुआ। जब मनीष ने ज्योति की इंक्वायरी की तो उसे ज्योति के असली मकसद का पता चल गया। जिसके बाद मनीष ने ज्योति कुमार के नाम पर माटुंगा पुलिस से शिकायत दी। शिकायत के बाद पुलिस ने ज्योति कुमार के ठगी करने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया।

उद्योग मंत्री सुरेश प्रभु के नाम पर ठगी 
इसी तरह के एक और मामले के मुताबिक केंद्रीय उद्योग मंत्री सुरेश प्रभु के नाम पर रेलवे में टीसी की नौकरी दिलाने के नाम पर भी ठगी करने का मामला सामने आया है। इस मामले में खार पुलिस ने जितेंद्र घाडी नामके आरोपी को गिरफ्तार किया है। इस मामले में भी आरोपी जितेंद्र ने विश्वनाथ गुरव से कहा था की उसे सुरेश प्रभु से अच्छे संबंध हैं। वह किसी को भी रेलवे में नौकरी दिला सकता है, इसके बाद शिकायत कर्ता विश्वनाथ गुरव ने रेलवे में टीसी की नौकरी पाने के लालच में जितेंद्र को 1 लाख रुपया दिया। लेकिन कई दिन तक न ही नौकरी और न ही पैसे देने के बाद विश्वनाथ गुरव ने आरोपी जिंतेंद्र के नाम पर खार पुलिस स्टेशन में शिकायत की।

Read this story in मराठी
संबंधित विषय
मुंबई लाइव की लेटेस्ट न्यूज़ को जानने के लिए अभी सब्सक्राइब करें