फर्जी प्रमाणपत्र देने के मामले डॉक्टर गिरफ्तार

इस मामले में, धीरज ने सांगली में स्थानीय अदालत और उच्च न्यायालय में अग्रिम जमानत के लिए आवेदन किया था। जिसे कोर्ट ने खारिज कर दिया था।

फर्जी प्रमाणपत्र देने के मामले डॉक्टर गिरफ्तार
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अग्रीपाड़ा पुलिस ने सांगली के एक 29 साल के  डॉक्टर को गिरफ्तार किया है, जिसे एमएमसी महाराष्ट्र मेडिकल काउंसिल को एक फर्जी प्रमाण पत्र सौंपने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। इस डॉक्टर का नाम धीरज पाटिल (29) है। फर्जी प्रमाण पत्र मामले में, 2016 में अग्रीपाड़ा पुलिस स्टेशन ने धीरज के खिलाफ मामला दर्ज किया था।  

मुलरुप से सांगली का रहनेवाला धीरज ने रुश से साल 2012 में डॉक्टरेट की शिक्षा पूरी की थी।  लेकिन भारत में काम करने के लिए मेडिकल काउंसिल इंडिया (MCI) की स्पेशल एग्जामिनेशन (NFE) पास करना अनिवार्य है।पाटिल ने 2012-2016 के दौरान NCI सर्टिफिकेट, NBI मार्क्स और अन्य चीजों के लिए MMC में जमा किया। लेकिन जांच में इस बात का भी खुलासा हुआ की जो प्रमाणपत्र धीरज ने जमा किये थे वैसा ही एक और प्रमाणपत्र किसी और छात्र ने भी दिये थे।  

मामले की जब और भी जांच की गई तो ये बात भी सामने आई की धीरज दिल्ली में हुई  एनबीई परीक्षा में फेल हो गया था।  जिसके बाद ये साबित हो गया की धीरज ने नकली प्रमाणपत्र दिया था। इस मामले में अग्रीपाड़ा पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया था।  इस मामले में, धीरज ने सांगली में स्थानीय अदालत और उच्च न्यायालय में अग्रिम जमानत के लिए आवेदन किया था। 

अदालत द्वारा उसे खारिज करने के बाद, उसे अग्रीपाड़ा पुलिस के सामने पेश होने के लिए कहा गया।  धीरज ने मंगलवार को अग्रीपाडा पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया। इस मामले में धीरज को गिरफ्तार कर लिया गया है। फिलहाल पुलिस इस मामले की भी जांच कर रही है की आखिरा धीरज को नकली प्रमाणपत्र कहां से मिला। 

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