108 हेल्प लाइन बना मजाक लाइन


108 हेल्प लाइन बना मजाक लाइन
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दादर रेलवे स्टेशन के सेन्ट्रल रेलवे मार्ग पर उस समय अफरा तफरी मच गयी जब एक मोबाइल चोर ने एक बुजुर्ग आदमी का मोबाइल छीनकर कर उसे चलती ट्रेन से नीचे ट्रैक पर धक्का दे दिया। घायल 67 वर्षीय बुजुर्ग इंद्रकुमार फडणीस दादर से कल्याण जा रहे थे तभी उनके साथ यह घटना घटी।
लेकिन सबसे अधिक दुर्भाग्य की बात यह है कि मौके पर न तो जीआरपी का कोई जवान दिखा और न ही कोई प्राथमिक उपचार के लिए कर्मी।

फडणीस की आकीब शेख और जय विश्वकर्मा दो युवकों ने काफी मदद की। इन दोनों युवको ने फडणीस को पानी पिलाने से लेकर प्राथमिक उपचार तक की सहूलियत उपलब्ध करायी।दादर स्टेशन के उप प्रबंधक ने 108 हेल्प लाइन पर फोन करके तत्काल मेडिकल सहायता उपलब्ध कराने का प्रयास किया लेकिन 108 में कोई सहायता उपलब्ध न होने की बात कही गयी। इसके बाद उप प्रबंधक ने प्राइवेट टैक्सी के द्वारा पीड़ित फडणीस को सायन अस्पताल पहुंचवाया।

लेकिन सवाल उठता है कि 108 हेल्प लाइन रेलवे द्वारा ही जारी किया गया है, बावजूद इसके इस तरह की खामी काफी चिंताजनक है। जबकि रेलवे, यात्रियों को बेहतर सुरक्षा और सुविधा उपलब्ध कराने का दावा करती है।

इतने बड़े स्टेशन में तत्काल सेवा उपलब्ध न होना वाकई में चिंताजनक बात है। रेलवे को इस पर ध्यान देनी की जरुरत है- आकीब शेख

मुंबई के बड़े स्टेशनों में से एक दादर स्टेशन पर मेडिकल सुविधा होना जरुरी है। यात्रियों के लिए ऐसी कोई सुविधा न होने से काफी दुर्भाग्यपूर्ण है - जयेश विश्वकर्मा

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