महाराष्ट्र- राज्य में सांप्रदायिक तनाव में वृद्धि

विपक्ष ने पुलिस, खुफिया विभाग की नाकामी को जिम्मेदार ठहराया

महाराष्ट्र-    राज्य में सांप्रदायिक तनाव में वृद्धि
SHARES

सांप्रदायिक सद्भाव बनाए रखने के राज्य के इतिहास के बावजूद, पिछले ढाई से तीन महीनों में राज्य के आठ शहरों में सांप्रदायिक तनाव या हिंसा भड़क उठी है। इसे गृह विभाग और खुफिया विभाग की नाकामी माना जाना चाहिए। विपक्ष आरोप लगा रहा है कि सत्ता पक्ष जानबूझकर अगले साल होने वाले चुनाव की पृष्ठभूमि में माहौल गरमा रहा है।  (Increase in communal tension in the state opposition blames failure of police intelligence department)

मार्च के अंत से राज्य में साम्प्रदायिक तनाव बढ़ रहा है। रामनवमी से लेकर अब तक मुंबई के संभाजीनगर, मालाड मालवानी, अकोला नगर के शेवगांव और जलगांव के संगमनेर में सांप्रदायिक तनाव या हिंसा की घटनाएं होती रही हैं। दो हफ्ते पहले, पूर्व गृह राज्य मंत्री और विधान परिषद में कांग्रेस समूह के नेता सतेज पाटिल ने चेतावनी दी थी कि जल्द ही कोल्हापुर में सांप्रदायिक दंगे होंगे। पाटिल द्वारा व्यक्त की गई आशंका सच हो गई है।

अकोला और संभाजीनगर में हुई हिंसा में दो की मौत हो गई। इनमें से एक की संभाजीनगर में पुलिस फायरिंग में मौत हो गई। सवाल किया जा रहा है कि इतने कम समय में राज्य में सांप्रदायिक माहौल इतना खराब कैसे हो गया। इसे गृह विभाग या खुफिया विभाग की नाकामी मानना होगा।

देवेंद्र फडणवीस मुख्यमंत्री थे और गृह लेखा को कुशलता से संभालते थे। ऐसी तस्वीर बनाई गई है कि फडणवीस का  गृहमंत्रालय कानून व्यवस्था की स्थिति को संभालने में विफल हो रहा है।  कोल्हापुर में मंगलवार को ही बंद और मार्च का आह्वान किया गया था। फिर भी बुधवार को काफी भीड़ उमड़ी।

गृह विभाग के अधिकारियों ने देखा है कि औरंगाबाद और उस्मानाबाद के नाम बदलने के फैसले के बाद से राज्य में माहौल बिगड़ना शुरू हो गया है।  यह भी कहा जाता है कि रामनवमी के दौरान संभाजी नगर और मलाड मालवानी में जुलूसों पर हमला एक पूर्व नियोजित साजिश थी।

किस शहर में कब तनाव हुआ

छत्रपति संभाजीनगर- (रामनवमी - 31 मार्च)

रामनवमी के जुलूस पर पथराव। पुलिस फायरिंग में एक की मौत, 76 अब भी हिरासत में इनमें नौ नाबालिग हैं

मुंबई - मलाड मालवानी - (रामनवमी - 31 मार्च)

रामनवमी जुलूस के दौरान लाउडस्पीकर पर विवाद 300 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।

जलगाँव-पल्धी - (रामनवमी - 31 मार्च)

धर्मस्थल के सामने लाउडस्पीकर लगाने को लेकर विवाद 45 लोग गिरफ्तार

अकोला (13 मई)

सोशल मीडिया पोस्ट को लेकर बवाल। एक की मौत, 10 घायल, 100 से ज्यादा गिरफ्तार

नगर-शेवगांव (14 मई)

छत्रपति संभाजी महाराज जयंती की शोभायात्रा को लेकर विवाद। 30 लोगों को गिरफ्तार कर 150 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।

मंदिर के सामने चप्पल प्रथा को लेकर विवाद 4 लोग गिरफ्तार। विशेष जांच दल संगमनेर द्वारा जांच आदेश (6 जून)

लव जिहाद के खिलाफ मार्च खत्म होते ही समनापुर गांव में पथराव, कोल्हापुर (7 जून)

सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक तस्वीरों को लेकर भ्रम की स्थिति, पुलिस द्वारा बल प्रयोग, पिछले छह महीनों में राज्य के विभिन्न हिस्सों में मामूली हिंदू-मुस्लिम झड़पें होती रही हैं। 

पूर्व गृह राज्य मंत्री और कांग्रेस नेता सतेज पाटिल ने कहा की "इसके पीछे कौन है यह बताने की जरूरत नहीं है, आगामी चुनाव को देखते हुए सत्ता पक्ष द्वारा ही माहौल को प्रदूषित किया जा रहा है। यह गृह लेखा और खुफिया विभाग की विफलता है"।

यह भी पढ़े-  मुंबई- मौसम विभाग ने रविवार तक बारिश की संभावना जताई

Read this story in English or मराठी
संबंधित विषय
मुंबई लाइव की लेटेस्ट न्यूज़ को जानने के लिए अभी सब्सक्राइब करें