भ्रष्टाचार की कमर टूटी ?


भ्रष्टाचार की कमर टूटी ?
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मुंबई - मोदी सरकार द्वारा नोटबंदी किए जाने के बाद से नवंबर और दिसंबर महीने में भ्रष्टाचार में कमी आई है। रिश्वत लेने में 35 फीसदी की कमी दर्ज की गई है। यह जानकारी राज्य के एंटी करप्शन विभाग ने दी है।
राज्य में नवंबर-दिसंबर 2015 में रिश्वत मांगने के 184 मामले दर्ज हुए थे। पर वहीं नवंबर-दिसंबर 2016 में 120 मामले ही दर्ज हुए हैं। इससे स्पष्ट होता है कि नोटबंदी का असर रिश्वत मांगने पर साफ साफ पड़ा है।
हलांकि हर साल की अपेक्षा इस साल यानि 2016 में राज्य के राजस्व विभाग में सर्वाधिक भ्रष्टाचार के मामले सामने आए हैं, सिर्फ दो महीनों में कमी आई है। यह जानकारी एंटी करप्शन विभाग ने दी है। जिसमें सबसे ज्यादा घपला एमएमआरडीए, पुलिस, पंचायत समिति बड़े पैमाने पर रिश्वत मांगने के मामले सामने आए हैं।
एंटी करप्शन विभाग ने 2016 में 223 अधिकारी, 224 पुलिस, 109 पंचायत समिति के, एमएमआरडीए के 52 अधिकारियों के खिलाफ रिश्वत लेने के मामले दर्ज किए हैं। राज्य में सर्वाधिक भ्रष्टाचार के मामले पुणे में दर्ज हुए हैं और मुंबई में सबसे कम 66 मामले दर्ज हुए।

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