प्रेमिका की मौत के एक महीने बाद प्रेमी ने भी की आत्महत्या !

28 नवंबर को प्रेमिका मंजू गायकवाड़ ने भी घर में फांसी लगाकर कर ली थी आत्महत्या ।

प्रेमिका की मौत के एक महीने बाद प्रेमी ने भी की आत्महत्या !
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लगभग एक महीने पहले नायगांव के बीडीडी चाल में रहनेवाली 22 साल की मंजू गायकवाड ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी, जिसके बाद पुलिस ने मंजू के मित्र मुकेश बोरगे को गिरफ्तार कर लिया था। मंजू गायकवाड पुलिस की नौकरी में तैनात थी। 31 दिसंबर को मुकेश बोरगे ने अपने घर में फांसी लगातक आत्महत्या कर ली। मंजू की आत्महत्या के बाद मुकेश काफी तवान में था। पुलिस का कहना है की तवान के कारण ही मुकेश ने ये कदम उठाया होगा।

क्या है पूरा मामला -
मुंबई के नायगांव में स्थित पुलिस कॉलोनी में 28 नवंबर मंगलवार को महिला कांस्टेबल मंजू गायकवाड़ ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। पुलिस ने इस मामले में महिला के प्रेमी को गिरफ्तार किया था। प्रेमी का नाम मुकेश बोरके (25) है। भोईवाड़ा पुलिस ने मुकेश पर आत्महत्या के लिए उकसाने के तहत मामला दर्ज किया था। मंजू की बहन ने पुलिस को बताया था कि मंजू और मुकेश के बीच 2014 से ही प्रेम संबंध था, लेकिन मुकेश ने मंजू को धोखा देते हुए उसके साथ शादी करने से इंकार कर दिया।


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मंजू की बहन द्वारा दिए गए बयान के आधार पर पुलिस ने मुकेश को गिरफ्तार किया। मंजू की बहन ने पुलिस को बताया था कि मंजू और मुकेश के बीच 2014 से ही प्रेम संबंध था. लेकिन मुकेश ने मंजू को धोखा देते हुए उसके साथ शादी करने से इंकार कर दिया। प्रेम संबंध में धोखा खाई मंजू ने आत्महत्या जैसा कदम उठाते हुए मौत को गले लगा लिया।

भोईवाड़ा पुलिस के वरिष्ठ पोलीस निरीक्षक दत्तात्रय पाटील ने कहा कि हमने मुकेश के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने के तहत केस दर्ज किया है और आगे की जांच शुरू कर दी है।


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मानसिक तनाव के कारण मुकेश ने की आत्महत्या

मंजू की बहन की शिकायत के आधार पर पुलिस ने मुकेश को गिरफ्तार किया था। लेकिनम मंजू की आत्महत्या के बाद से ही वह काफी तनाव में था। उसके तनाव की स्थिती ऐसी थी की कोई भी उसे अकेला नहींं छोड़ता था। 31 दिसंबर को उसके पिता की तैनाती होने के कारण सुबह ही उसके पिता बाहर निकल गए, इसके साथ ही दोनों ही भाई भी किसी जरुरी काम से बाहर निकले। दोपहर की 1 बजे मुकेश घर में अकेला था और पंखे से फांसी लगा रहा था, तभी उसे उसके पास के ही घर की ही एक महीला ने देखा, आनन फानन में आसपास के लोगों ने घर का दरवाजा तोड़ा और मुकेश को बेहोशी की हालत में के.ई.एम अस्पताल में भर्ती कराया लेकिऩ अस्पताल में उसे मृत घोषित कर दिया गया।

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