कोहिनूर मिल मामले में मनसे प्रमुख राज ठाकरे की पुछताछ के बाद अब राज ठाकरे के सबसे करिबीयों में से एक मानेजानेवाले मनसे नेता और पूर्व विधायक नितीन सरदेसाई को पुछताछ के लिए ईडी ने बुलाया है। कोहिनूर मिल मामले में ईडी ने अभी तक राज ठाकरे और उन्मेश जोशी को पुछताछ के लिए पहले ही बुला लिया है। कोहिनूर स्क्वेअर मामले में हुए आर्थिक गड़बड़ियों के बाद ईडी ने इस मामले की छानबीन शुरु की है।
क्या है मामला
राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर जोशी के बेटे उन्मेष जोशी की कंपनी कोहिनूर सीटीएनएल पर आरोप है कि उसने अपने माध्यम से कोहिनूर मिल की जमीन खरीदी। इस पर कोहिनूर स्क्वायर नाम की बहुमंजिला इमारत बनाई गई। इस इमारत में इंफ्रास्ट्रक्चर लीजिंग एंड फाइनैंसियल सर्विसेज (IL&FS) के जरिए निवेश किया गया था। आईएल एंड एफएस ने 2008 में अचानक कथित तौर पर इस सौदे से हाथ पीछे खींच लिए और महज 90 करोड़ रुपये में अपने शेयरों को बेच दिया। ईडी IL&FS द्वारा कोहिनूर सीटीएनएल कंपनी को दिए कर्ज और इन्वेस्टमेंट की भी जांच कर रही है।
विपक्षी नेताओं को दबाने का आरोप
महाराष्ट्र में कांग्रेस और एनसीपी के नेताओं ने पहले भी ईडी के इस कदम की आलोचना की है। कांग्रेस और एनसीपी का कहना है की सरकार विपक्षी पार्टियों की आवाज को दबाने के लिए सीबीआई और ईडी के जरिये विपक्षी पार्टियों के नेताओं को नोटिस भेज रही है और उन्हे परेशान कर रही है।