वडाला पुलिस की कस्टडी में युवक की मौत, पुलिस स्टेशन के बाहर लगे मुंबई पुलिस के खिलाफ नारे

मुंबई पुलिस ने बयान जारी कर कहा कि मौत की मजिस्ट्रेट जांच जारी है, पोस्टमार्टम कराया जा रहा है और जांच के बाद अगर आरोप सही पाया जाएगा तो उचित कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल मामले में एडीआर दर्ज है।

वडाला पुलिस की कस्टडी में युवक की मौत, पुलिस स्टेशन के बाहर लगे मुंबई पुलिस के खिलाफ नारे
SHARES

मुंबई में वडाला पुलिस स्टेशन में एक कस्टोडियल डेथ का मामला सामने आया है। पीड़ित के घरवालों का आरोप है कि एक छोटे से झगड़े के कारण पुलिस उनके बेटे को पकड़ कर ले गयी और जेल में काफी अधिक पिटाई की और उसकी मौत हो गयी। मामले के तूल पकड़ने पर  मुंबई पुलिस ने बयान जारी कर कहा कि मौत की मजिस्ट्रेट जांच जारी है, पोस्टमार्टम कराया जा रहा है और जांच के बाद अगर आरोप सही पाया जाएगा तो उचित कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल मामले में एडीआर दर्ज है। इस बीच मृतक युवक विजय सिंह के परिजनों ने पुलिस पर बेटे का अंतिम संस्कार करने के लिए दबाव बनाने का आरोप लगाया है।

क्या है मामला?

मामला रविवार रात का है। सायन कोलीवाड़ा इलाके में रहने वाले विजय सिंह रात को खाना खाने के बाद अपने 2 दोस्तों के साथ बाइक पर घूमने के लिए निकल गया और अपनी होने वाली बीवी से बात करने के लिए घर से कुछ दूर वडाला ट्रक टर्मिनल तक चला आया। वडाला में जब वह अपनी बाइक खड़ी कर रहा तभी उसी समय एक कपल पर बाइक की लाइट पड़ गयी, जिससे कपल नाराज हो गया। इसके बाद कपल ने विजय से झगड़ा करना शुरू कर दिया। यही नहीं उस कपल में शामिल लड़के ने फोन करके अपने अन्य दो दोस्तों को भी बुला लिया और सभी आपस में मारामारी करने लगे। तब तक किसी ने पुलिस को भी इस झगड़े की जानकारी दे दी। पुलिस ने मौके पर पहुँच कर विजय और उसके दोनों दोस्तों को हिरासत में ले लिया और उन्हें पुलिस स्टेशन ले आई।


विजय के घर वालों के मुताबिक लॉकअप में पुलिस ने विजय को काफी मारा और प्रताड़ित किया। इतने में वहां विजय के घर वाले भी पहुंच गए। रात के करीब 2.30 बजे विजय सिंह ने पुलिस से सीने में दर्द होने की शिकायत की और पीने के लिए पानी की मांग की। लेकिन पुलिस ने एक नहीं सुनी, यही नहीं जब विजय को उसकी मां पानी देने लगी तो पुलिस ने उसे डांट और वहां से भगा दिया, थोड़ी देर बाद जब विजय के छोटे भाई ने पानी पिलाना चाहा तो पुलिस ने उसे भी मारा और भगा दिया।

इसके थोड़ी देर बाद विजय बेहोश हो गया। विजय को बेहोश देख पुलिस ने उसे बाहर निकाल दिया। जब विजय के पिता ने पुलिस से विजय को अस्पताल ले जाने के लिए कहा तो पुलिस ने कहा कि उनके पास गाड़ी नहीं है। विजय के पिता ने एक टैक्सी की और अस्पताल ले गए। वहां ले जाने के बाद डॉक्टरों ने विजय को मृत घोषित कर दिया।  

विजय की मौत के बाद बड़ी संख्या में लोग पुलिस थाने के सामने जमा हो गए और दोषी पुलिस वालों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग करने लगे।

विजय की मौत की खबर और लोगों के रोष की जानकारी मिलने पर इलाके के विधायक और सांसद ने भी मौके पर पंहुचकर विजय की मौत की निष्पक्ष जांच की मांग की। मृतक विजय फार्मा कंपनी में मेडिकल रिप्रजेंटेटिव था जबकि उसके पिता टैक्सी ड्राइवर हैं।

Read this story in मराठी
संबंधित विषय
मुंबई लाइव की लेटेस्ट न्यूज़ को जानने के लिए अभी सब्सक्राइब करें