पेट्रोल में पल्सार चिप लगा कर इस झोल का खेल केवल मुंबई या ठाणे तक ही सिमित नहीं रह गया था, बल्कि अपनी कार्रवाई में पुलिस ने महाराष्ट्र के कई जिलों में छापे मारी करते हुए लगभग 98 पेट्रोल पंप पर छापा मारा और 22 लोगों को गिरफ्तार किया। इस गिरफ्तारी में मास्टरमाइंड सहित 2 पेट्रोल पंप मालिक और 6 मैनेजर भी शामिल हैं।
ठाणे के क्राइम ब्रांच के अभिषेक त्रिमुखे ने जानकारी देते हुए बताया कि मास्टरमाइंड विवेक शेट्टे को गिरफ्तार करने के बाद ही इस मामले का खुलासा हुआ की पल्सार चिप लगाने के पीछे वह और उसके कई पंटर शामिल हैं। शेट्टे ने इलेक्ट्रोनिक में इंजीनियरिंग किया हुआ है, और उसी ने ही चिप आईसी और सॉफ्टवेअर बनाया था।
पेट्रोल पंप वाले मात्र 3 हजार रुपए का चिप लगा कर करोड़ो रुपए के तेल की हेराफेरी करते थे। महाराष्ट्र सहित देश भर में मारे गए छापे में यह सच्चाई सामने आई। पेट्रोल पंप पर इस चिप को लगाने के बाद ग्राहकों को 4 % तक तेल कम मिलता था। अगर कोई ग्राहक महीने में 100 लीटर तेल की खपत करता है तो उसे इस चिप के जरिये लगभग 8 हजार रुपए का घाटा होगा। यह तो रहा एक ग्राहक का आंकड़ा, इसी तरह से असंख्य ग्राहकों के नुक्सान का फायदा पेट्रोल पंप को करोड़ो रुपए के फायदे के रूप में पहुंचता था।
पेट्रोल पंप मशीन में मात्र दो जगहों पर वायरिंग में फेरबदल कर पल्सार चिप को फिक्स कर दिया जाता है। इस चिप को रिमोट और पासवर्ड से ओपरेट किया जाता है। एक बार चिप लग जाने पर चिप तेल भरते समय खुद ही काम करने लग जाती थी। ग्राहक जितने लीटर पेट्रोल भरवाता, पंप चालक मशीन में उतना ही नंबर कर देता, लेकिन चिप की वजह से ग्राहकों को पेट्रोल भरने पर हर लीटर के पीछे 4 % तक पेट्रोल कम मिलता था, जबकि ग्राहकों से पैसे पुरे लिए जाते थे।
शुरुआत में इस तरह की घटना यूपी से आनी शुरू हुई। उसके बाद धीरे धीरे पंजाब, महाराष्ट्र से भी अनेक पेट्रोल पम्पों से इस तरह की घटना की खबर सामने आने लगी।
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