क्लिनिक में चलता था जिस्फरोशी का खेल, रिहायशी इलाके में था क्लिनिक

मुंबई पुलिस की सोशल सर्विस ब्रांच और माहिम पुलिस ने छापा मारा दो महिला सहित तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया।

क्लिनिक में चलता था जिस्फरोशी का खेल, रिहायशी इलाके में था क्लिनिक
SHARES

माहिम के फिशरमैन कॉलोनी में पिछले तीन सालों से वेश्यावृत्ति का गोरखधंदा चलाया जा रहा था, लेकिन इसकी जरा भी भनक स्थानीय निवासियों को नहीं थी। लोगों को धोखे में रखने के लिए जिस्फरोशी का धंदा करने वालों ने घर के बाहर क्लिनिक का बोर्ड लगाया हुआ था। इस बात का खुलासा तब हुआ जब यहां मुंबई पुलिस की सोशल सर्विस ब्रांच और माहिम पुलिस ने छापा मार दो महिला सहित तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया। मिली जानकारी के अनुसार माहिम के फिशरमैन कॉलोनी की 21 नंबर बिल्डिंग के ग्राउंड फ्लोर में बने एक घर में बीती रात माहिम पुलिस की गाड़ियां और मुंबई पुलिस की सोशल सर्विस ब्रांच ने एक साथ छापा मार कर एक एक नकली डॉक्टर सहित दो महिलाओं को गिरफ्तार किया। 

नाक के नीचे होती थी जिस्फरोशी

स्थानीय लोगों का कहना है कि सोमवार रात जब उन्होंने अपने एरिया में पुलिस को देखा तो वे भी चौंक गए। उन्हें इस बात की जरा भी भनक नहीं थी कि जिसे वे पिछले दो साल से क्लिनिक समझ रहे थे दरअसल वह वेश्यावृत्ति का अड्डा था। स्थानीय लोगो ने आगे बताया कि 180 स्क्वायर फुट के इस घर के बाहर नकली डॉक्टर किराये पर अपना क्लिनिक चलाता था। इस क्लिनिक में हमेशा पुरुष और महिलाओं का आना जाना लगा रहता था, लेकिन स्थानीय निवासियों को लगता था कि सभी इलाज के लिए आते होंगे।

नकली ग्राहक भेज की पुष्टि

पुलिस ने इस मामले में बताया कि उन्हें गुप्त रूप से सूचना मिली कि इस क्लिनिक में देहव्यापार चलाया जाता है। सूचना के आधार पर उन्होंने अपना एक आदमी भेजा। वह आदमी नकली ग्राहक बन कर अंदर गया और उसके द्वारा सिंग्नल मिलने पर पुलिस ने छापा मारा।

तीन भागो में बंटा था कमरा

पुलिस ने अपनी इस जांच में पाया कि यह छोटा सा एक कमरा था जिसे तीन भागो में बांटा गया था। एक भाग में सामान वह तथाकथित डॉक्टर बोगा खुद बैठता था और अन्य भागों में जिस्म के खेल को अंजाम दिया जाता था।

था डॉक्टर लेकिन नहीं करता था इलाज

पुलिस ने बताया कि वर्ली इलाके में रहने वाले इस नकली डॉक्टर बोगा के मोबाइल में से कई महिलाओ और लड़कियों के फोन नंबर भी मिले हैं। पुलिस ने आगे बताया कि रिहायशी इलाके में होने के कारण किसी को इस तरह कोई शक भी नहीं होता था। इस डॉक्टर के पास जब कोई मरीज आता था तो वह मरीजों  को यह कह कर लौटा देता था कि वह इसका इलाज नहीं करता है। इस घर के बाहर जो क्लिनिक का बोर्ड लगा था उसमें दो डॉक्टरों का नामा लिखा था अब पुलिस उन डॉक्टरों की तलाश कर रही है।

पुलिस ने मौके से एक नकली डॉक्टर सहित दो महिलाओं को भी गिरफ्तार किया है। सभी आरोपियों को पुलिस ने कोर्ट में पेश किया, जहां कोर्ट ने सभी को 22 दिसंबर तक पुलिस कस्टडी में रखने का आदेश सुनाया।




Read this story in English or मराठी
संबंधित विषय
मुंबई लाइव की लेटेस्ट न्यूज़ को जानने के लिए अभी सब्सक्राइब करें