पुलिस स्टेशन के बाहर भंगार बने लावारिस वाहनों को हटाया जाएगा


पुलिस स्टेशन के बाहर भंगार बने लावारिस वाहनों को हटाया जाएगा
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मुंबई (mumbai) के अधिकांश पुलिस स्टेशनों (police station) के बाहर कई सारे दुपहिया वाहन और कार लावारिस अवस्था में पड़े पड़े भंगार बन जाते हैं। ये ऐसे वाहन होते होते हैं जिन्हें पुलिस अपराध (crime) के सिलसिले में जब्त कर लाती है, और कई तो ऐसे होते हैं, जिनके मालिक का कोई अतापता नहीं होता। अब मुंबई पुलिस (mumbai police) के द्वारा ऐसे सभी वाहनों को हटाने का निर्णय लिया गया है।

पुलिस स्टेशनों के बाहर लावारिस वाहनों की संख्या लगातार बढ़ती ही जा रही है। साथ ही इन वाहनों को रखने के लिए अब जगह की भी कमी सामने आ रही है, ऐसे वाहन पुलिस विभाग के लिए अब सिरदर्द साबित हो रहे हैं। इसलिए अब ऐसे वाहनों को पुणे की एक एनजीओ (ngo) गंगामाता वाहन शोध संस्था की मदद से हटाया जाएगा। इस प्रस्ताव को हाल ही में मुंबई पुलिस द्वारा मंजूरी मिली है।ना

नासिक में, जब इस तरह के जर्जर वाहनों का मुद्दा सामने आया था तो उस समय, इस संगठन ने 2,000 से अधिक वाहनों को हटाया था। इस NGO को क्षेत्र में काम करने का व्यापक अनुभव है। यह संस्था वाहनों को उनके क्रमांक के द्वारा उनके असली मालिकों तक पहुँचता है। लेकिन कई बार वाहन के दस्तावेजों न होने या फिर अन्य कारणों से, वाहनों के मालिक वाहनों को लेने  से इनकार कर देते हैं। उनसे बार-बार अनुरोध करने के बावजूद वाहन को वो अपने अधिकार में नहीं लेते हैं, तो फिर ऐसे मामलों में पुलिस अदालत की अनुमति से वाहनों की नीलामी कर देेती है।

यही नहीं वाहनों के ऐसे मालिक भी मिलते हैं जो वाहन लेने में अपनी असमर्थता जताते हैं, तो फिर उनसे अनुमति लेते हुए वाहनों को स्क्रैप (scrap)करने के लिए भेज दिया जाता है।

और इसके बदलेे जो रााशि मिलती है उसे सरकारी खजाने में जमा करा दिया जाता है। मुंबई के हर पुलिस स्टेशन में कम से कम 50 से भी अधिक वाहन पड़े-पड़े सड़ रहे हैं।

NGO की तरफ से अब मुंबई के विभिन्न पुलिस स्टेशनों में वाहनों का सर्वेक्षण शुरू कर दिया है।  इसकी शुरुआत निर्मल नगर पुलिस स्टेशन से की गई है।  इससे पहले, पुणे और कोल्हापुर पुलिस ने भी इस तरीके की पहल की थी। इस NGO की सहायता से वहां 7,000 वाहनों को हटा कर पुुलिस स्टेशनों को छुट कारा दिलाया गया था। साथ ही कई वहां वाहन मालिकों को उनके वाहन वापस भी किये गए।

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