फेमस अभिनेत्री डायरेक्टर की फर्जी फेसबुक आईडी बना कर उगाहे लाखो, हुआ गिरफ्तार


फेमस अभिनेत्री डायरेक्टर की फर्जी फेसबुक आईडी बना कर उगाहे लाखो, हुआ गिरफ्तार
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सनम रे, यारियां जैसी फिल्में बनाने वाली डायरेक्टर दिव्या कुमार खोसला ने शायद सपने में भी नहीं सोचा होगा कि कोई उनके नाम का फर्जी फेसबुक आईडी बना कर लाखो रूपये की उगाही करेगा। जिस शख्स में ऐसा किया उसका नाम प्रज्ज्वल गोपालकृष्ण (25) है जिसे क्राइम ब्रांच यूनिट 10 ने गिरफ्तार किया। बताया जाता है कि प्रज्ज्वल ने दिव्या कुमार खोसला का फर्जी फेसबुक आईडी बना कर गुजरात के एक टीचर से 41 लाख रूपये वसूल लिया।


क्या था मामला?
मूल रूप से कर्नाटक का रहने वाले प्रज्ज्वल अपने परिवार के साथ बेंगलोर में रहता है। प्रज्ज्वल अपने आपको दिव्या का बड़ा फैन भी बताता है। कुछ दिन पहले प्रज्ज्वल ने किसी न्यूज पेपर में एक खबर पढ़ा तह कि किसी शख्स ने एक अभिनेता की फर्जी फेसबुक आईडी बना कर किसी को लूट लिया था। इसी से प्रज्ज्वल को भी आईडिया आया और उसने भी दिव्या की फर्जी फेसबुक आईडी बनाया।


गुजरात के बड़ोदरा में रहने वाले एक शिक्षक भी दिव्या का बड़े फैन हैं। जब उन्होंने दिव्या का फर्जी फेसबुक आईडी देखा तो उन्होंने उसे सच मान कर उस पेज पर अपनी एक डॉक्यूमेंट्री शेयर की। कुछ देर में उस फर्जी फेसबुक आईडी से नकली दिव्या यानि प्रज्ज्वल ने शिक्षक को अपने झांसे में फंसाते हुए उसे टी-सीरीज कंपनी के मालिक की सिफारिश से एक नयी फिल्म में काम करने का ऑफर दिया। यही नहीं प्रज्ज्वल ने शिक्षक को फिल्म के लिए 1 करोड़ रूपये बजट बताते हुए इसके लिए अर्थिक मदद की मांग की। शिक्षक प्रज्ज्वल के जाल में फंस चुके थे, उन्होंने कर्ज लेकर उकिसी तरह से 41 लाख रूपये जमा किया।

इसके बाद शिक्षक ने दिव्या यानि प्रज्ज्वल को बताया कि पैसे जमा हो गए हैं वे मुंबई के ओशिवारा इलाके में पैसे लेने के लिए आ जाये। लेकिन प्रज्ज्वल ने कहा कि वे फिल्म की शूटिंग में बीजी हैं इसीलिए वे नहीं आएंगे बल्कि उनका मैनेजर पैसा लेने आएगा। तय तारीख के अनुसार प्रज्ज्वल, शिक्षक को विश्वास हो इसीलिए महंगी गाड़ी में पैसे लेने पहुंचा। पैसा लेने के बाद प्रज्ज्वल ने शिक्षक से कहा कि मैडम आपसे सम्पर्क करेंगी और वहां से भाग गया।


तो इस वजह से किया ऐसा काम

दो दिन बाद शिक्षक को कोई फोन नहीं आया तो उसने खुद फोन लगाया लेकिन फोन बंद आ रहा था। कई बार फोन लगाने के बाद जब फोन बंद आ रहा था तो शिक्षक का माथा ठनका और उन्होंने तुरंत ओशिवारा पुलिस स्टेशन में इसकी शिकायत की।

इस काम की जांच पुलिस ने क्राइम ब्रांच युनिट 10 को सौंपा। पुलिस ने सबसे पहले प्रज्ज्वल के कॉल रिकॉर्ड खंगाले। उसी में उसका परमानेंट नंबर भी मिला जिसका लोकेशन बेंगलोर बता रहा था। उसी आधार पर 4 अप्रैल को पुलिस ने बेंगलोर से प्रज्ज्वल को गिरफ्तार कर लिया।

पुलिस पूछताछ में प्रज्ज्वल ने पुलिस को बताया कि उसकी मां को कैंसर की बीमारी है और उसके पास इलाज के लिए पैसे नहीं थे इसीलिए उसने ऐसा कदम उठाया।

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