नकली पुलिस बन कर लोगों को ठगने वाले तीन लोगों को पुलिस ने किया गिरफ्तार

पुलिस ने इन तीनो के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच में जुट गयी। इसी दौरान मंगलवार को फिर से यही तीनों लोग एक अरु वृद्ध के साथ इसी तरह की ठगी करते हुए रंगे हाथ पकड़े गये।

नकली पुलिस बन कर लोगों को ठगने वाले तीन लोगों को पुलिस ने किया गिरफ्तार
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अपने आप को पुलिस बता कर और लोगों को धमका कर पैसा वसूलने वाले तीन लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इन तीनों के नाम राकेश रत्नाकर शेजवल (27), चंद्रकांत रामा गोलार (34) और मिथुन संतोष चव्हाण (28) है। पुलिस इन तीनो की तलाश काफी दिनों से कर रही थी।

क्या है मामला?
मूल रूप से पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग के रहने वाले बिन्देश्वर कामत (65) कैंसर से पीड़ित है जो अपना इलाज कराने मुंबई के टाटा होस्पिटल आये हुए थे। मुंबई में कोई अपना नहीं होने के कारण वे अपनी पत्नी के साथ अस्पताल के बाहर ही सड़क पर रहते थे।

सोमवार को तीनो आरोपी ने टाटा अस्पताल के बाहर पहुंचे और कामत को पकड़ लिया। तीनों ने अपने आप को पुलिस वाला बताया और 'सड़क पर रहना अपराध है' कह कर कामत को फाइन भरने या फिर पुलिस स्टेशन चलने को कहा। कामत डर गये और कुछ ले दे कर छोड़ देने को कहा। कामत के पास उस समय पैसे नहीं थे तो कामत ने अपने ATM कार्ड और पिन उन्हें दे दिया। तीनों नजदीकी ATM में गये और 30 हजार रुपए निकाल लिए। इसके बाद तीनों ने कामत को उसके ATM लौटाया और वहां से फुर्र हो गये।

जब कामत ने यह बात अपनी पत्नी को बताई तो उनकी पत्नी ने कामत से फाइन की रसीद मांगी, लेकिन कामत के पास कोई रसीद नहीं होने के कारण कामत की पत्नी का माथा ठनका और इस सारी बात की शिकायत पुलिस स्टेशन में दर्ज कराई।  

पुलिस ने इन तीनो के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच में जुट गयी। इसी दौरान मंगलवार को फिर से यही तीनों लोग एक अरु वृद्ध के साथ इसी तरह की ठगी करते हुए रंगे हाथ पकड़े गये। पुलिस ने तीनों को गिरफ्तार कर लिया और इनके पास से कामत के लुटे हुए पैसे 30 हजार रुपए भी बरामद किये।

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