मुंबई विश्वविद्यालय के इंस्टीट्यूट ऑफ डिस्टेंस एंड ओपन लर्निंग (IDOL) की प्रथम वर्ष की परीक्षा में शून्य अंक प्राप्त करने वाले सैकड़ों छात्रों के बारे में चौंकाने वाली जानकारी सामने आ रही है। बीए प्रथम वर्ष का परिणाम मंगलवार को घोषित किया गया। इस परिणाम में, 236 छात्रों ने विभिन्न विषयों में शून्य अंक प्राप्त किए। इसलिए, एक बार फिर से आइडल और विश्वविद्यालय परीक्षाओं के कार्यपद्धती पर सवाल खड़ा हो गया है।
छात्रों को बड़ा धक्का
नतीजा उन छात्रों के लिए एक बहुत बड़ा झटका है,
जो नौकरी के साथ साथ आनेवाले और भी परिक्षाओं की भी तैयारी कर रहे है। विश्वविद्यालय की इस लापरवाही के कारण छात्रों ने अब रिवैल्यूवेशन के लिए विश्वविद्यालय से शुल्क ना लेने की मांग की है।
परिणाम
16 जुलाई को घोषित किया गया था
अप्रैल-मई में 'आइडल'
में बीए प्रथम वर्ष की परीक्षा के लिए सात हजार छात्रों ने पंजीकरण कराया था। इनमें से
5,909 छात्रों ने परीक्षा दी। परिणाम 16
जुलाई को घोषित किए गए थे। परीक्षा में 43% बच्चे पास हुए और 236
छात्रों ने विभिन्न विषयों में शून्य अंक प्राप्त किए। इनमें से
213 छात्रों ने एक ही विषय में शून्य अंक प्राप्त किए।
आंदोलन की चेतावनी
'कई छात्रों को शून्य अंक और दो अंक मिले हैं। अगर पुनर्मूल्यांकन के मुद्दों को को जल्द से जल्द हल नहीं किया जाता है तो छात्र इसके खिलाफ आंदोलन भी शुरु कर सकते है।
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