बृहन्मुंबई नगर निगम ( BMC ) क्षेत्र के माध्यमिक और उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों के छात्रों को अब विभिन्न प्रकार (Students of BMC schools will get skill training) के कौशल प्रशिक्षण दिए जाएंगे। इसके लिए कौशल, रोजगार, उद्यमिता और नवाचार विभाग, महाराष्ट्र राज्य कौशल विकास सोसायटी, स्कूल शिक्षा विभाग और बृहन्मुंबई नगर निगम के बीच एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए।
समझौते पर आज मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, कौशल, रोजगार, उद्यमिता और नवाचार मंत्री मंगलप्रभात लोढ़ा, स्कूल शिक्षा मंत्री दीपक केसरकर, मुख्य सचिव मनु कुमार श्रीवास्तव की उपस्थिति में हस्ताक्षर किए गए। कौशल विकास विभाग के प्रधान सचिव एवं कौशल विकास आयुक्त डॉ. रामास्वामी एन., प्रमुख सचिव स्कूल शिक्षा विभाग रंजीतसिंह देओल, मुंबई नगर निगम के अतिरिक्त आयुक्त संजीव कुमार ने समझौते पर हस्ताक्षर किए और आदान-प्रदान किया।
पहले चरण में 42 हजार विद्यार्थियों को कौशल प्रशिक्षण- मंत्री मंगलप्रभात लोढ़ा
इस संबंध में जानकारी देते हुए कौशल विकास मंत्री श्री. लोढ़ा ने कहा कि बृहन्मुंबई नगर निगम के चयनित स्कूलों में 15 वर्ष से अधिक उम्र के बच्चों को उनकी रुचि के क्षेत्र में कौशल विकास प्रशिक्षण दिया जाएगा। कुल 1 हजार 146 स्कूलों में से 249 स्कूलों में नौवीं से दसवीं कक्षा के 41 हजार 774 छात्रों के लिए पायलट आधार पर इस पहल को शुरू करने का लक्ष्य है। वहीं सरकार चरणबद्ध तरीके से छठी से आठवीं तक के 96 हजार 922 विद्यार्थियों को इस प्रशिक्षण का लाभ देने की योजना बना रही है।
नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुसार छात्रों को कौशल विकास प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा। वैश्वीकरण और कम्प्यूटरीकरण के कारण प्रौद्योगिकी तेजी से बदल रही है। इन परिवर्तनों को अपनाना और एक ऐसी पीढ़ी का निर्माण करना आवश्यक है जो भविष्य के तकनीकी परिवर्तनों के अनुकूल हो। वर्तमान परिस्थिति में रोजगार के लिए उपयोगी प्रशिक्षण प्राप्त करना आवश्यक हो गया है। ऐसे में युवाओं में कौशल प्रशिक्षण के प्रति रुचि पैदा करने के लिए इस कार्यक्रम को माध्यमिक और उच्चतर माध्यमिक स्तर पर लागू किया जाएगा। नए शैक्षणिक वर्ष से नगर पालिकाओं के चयनित विद्यालयों में चरणबद्ध तरीके से यह पहल शुरू की जाएगी। लोढ़ा ने कहा।
MOU की प्रमुख बातें
इसी तरह प्रशिक्षण पूरा होने के बाद महाराष्ट्र स्टेट स्किल, वोकेशनल एजुकेशन एंड ट्रेनिंग बोर्ड द्वारा एक परीक्षा आयोजित की जाएगी और एक प्रमाण पत्र जारी किया जाएगा।
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