शिक्षा बोर्ड ने फैसला किया है की नौवीं की दोबारा परीक्षा हर विद्यार्थी नहीं दे सकता। शिक्षण उपसंचालक ने जानकारी दी है की विद्यार्थियों को नौवी की परीक्षा दोबारा देना है ये स्कूल कुछ हद तक तय कर सकते है।
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साथ ही परिक्षा में जिन विद्यार्थियों को 45 फिसदी अंक मिले हो लेकिन वह किसी विषय में नजदीकी नंबर से फेल हो गए हो तो उन्हे फिर से परीक्षा देने दिया जा सकता है। एक आकड़े के अनुसार लगभग 2.5 लाख बच्चे हर साल नौवीं कक्षा की परिक्षा देते है।
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